उत्तरप्रदेश।  हनीट्रैप का षड्यंत्र रचकर वसूली करने वाली महिला दरोगा कानपुर में सेक्स रैकेट भी चला रही थी। उसके कई गुर्गे इस काम में लगे थे। वह बाहर से आने वालों को निशाना बनाने के साथ ही शहर के लोगों को लड़कियों की सप्लाई करती थी। उसके साथ गिरफ्तार किये गए होमगार्ड और अन्य युवकों से कई खुलासे हो रहे हैं।

महिला दारोगा समेत सभी छह लोगों को शनिवार को स्पेशल रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। महिला दरोगा समेत अन्य आरोपितों से शुक्रवार से शनिवार तक विस्तार से पूछताछ की गई। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि सेक्स रैकेट, हनी ट्रैप और वसूली को लेकर बाकयदा षड्यंत्र रचने के बाद घटना को अंजाम दिया गया था। इस घटना में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है।

इसमें पहली एफआईआर रतनपुर चौकी इंचार्ज पंकज कुमार ने वादी बनकर दर्ज कराई है। इसमें आरोपित सेक्स रैकेट की संचालिका, सचेंडी निवासी दो लड़कियों, छेरिया सलेमपुर जालौन निवासी चचेरे भाईयों उपेन्द्र सिंह व अमित सिंह उर्फ भीम को आरोपित बनाया गया है। एफआईआर के मुताबिक इंस्पेक्टर फीलखाना अमित भड़ाना ने रामगंगा एनक्लेव अपार्टमेंट रतनपुर पनकी के ब्लॉक 5 में सेक्स रैकेट के संचालित होने की जानकारी दी थी।

इसके बाद चौकी इंचार्ज ने ब्लॉक पांच में छापेमारी की तो वहां इलाकाई लोगों ने जानकारी दी कि यहां पर कुछ महिलाएं किराए पर फ्लैट लेकर अनैतिक देह व्यापार चला रही है। चौकी इंचार्ज के मुताबिक उन्होंने वहां पर छापेमारी की मगर वहां पर सिर्फ आरोपित उपेन्द्र और अमित ही मिले। दोनों लड़कियां फरार हो चुकी थी।

3-4 दिन पहले दूसरे जिले की पुलिस ने मारा था छापा
एफआईआर के मुताबिक दूसरे जिले की पुलिस ने भी फ्लैट में 3-4 दिन पहले छापा मारा था। उस दौरान लोगों ने महिलाओं और दूसरे जिले की पुलिस को साथ में देखा था।  वहीं दूसरी एफआईआर स्वरूप नगर निवासी एडवोकेट धर्मेन्द्र सिंह की तरफ से दर्ज कराई गई। इस रिपोर्ट में एडिश्नल डीसीपी ईस्ट के यहां तैनात महिला दरोगा भुवनेश्वरी सिंह, संजय गांधी नगर नौबस्ता निवासी होमगार्ड संजीव कुमार विश्वकर्मा, सरसैया घाट निवासी माता प्रसाद गुप्ता और राधन शिवराजपुर निवासी राहुल शुक्ला को आरोपित बनाया है।

एफआईआर में एडवोकेट ने जानकारी दी है कि शुक्रवार को उनके पास उपेन्द्र सिंह जादौन का फोन आया। जिसमें उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात को वह पनकी मंदिर गए थे। वहां से लौटते वक्त राहुल नाम के शख्स ने गाड़ी रुकवाकर चेकिंग करने को कहा। इसी दौरान दो अन्य पुलिस कर्मी आए और मारपीट करने लगे। जबरन उपेन्द्र को लेकर रमईया ढाबा बिठूर ले गए और वहां पर उससे मारपीट कर चेन अंगूठी, पैसा सब ले लिया।

माल बरामद किया 
महिला दरोगा भुवनेश्वरी की पैंट की दाहिनी जेब से कैंट इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने सोने की चेन, अंगूठी बरामद की गई। वहीं दूसरे आरोपित की पैंट की जेब से दो अंगूठियां बरामद की गई। ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी के अनुसार महिला दरोग, होमगार्ड और ठेले वाले को जेल भेजा गया है। इस मामले में और जांच की जा रही है। इस तरह से आरोपितों ने कुछ और लोगों को ठगा है कि नहीं इसकी जांच की जा रही है। जरुरत पड़ी तो महिला दरोगा की पुलिस कस्टडी रिमांड भी ली जाएगी।

इस तरह खुला पूरा मामला
गुरुवार रात जालौन निवासी दो मौसेरे भाई उपेन्द्र सिंह और अमित सिंह उर्फ भीम किसी काम से शहर आए हुए थे। पनकी स्टेशन के पास उनसे एक ब्रोकर टकराया। उसने उन्हें लड़कियां उपलब्ध कराने की पेशकश की। रजामंदी पर ब्रोकर ने पनकी की एक सेक्स रैकेट संचालिका के जरिए रात करीब पौने नौ बजे सचेंडी की दो लड़कियां पनकी स्टेशन बुलवाईं।

संचालिका ने पनकी गंगागंज में एक फ्लैट की व्यवस्था कराई जहां चारों को भेज दिया। कुछ देर में ही महिला दरोगा ने होमगार्ड संजीव कुमार विश्वकर्मा के साथ गंगागंज स्थित फ्लैट में छापेमारी की। लड़कियों के साथ दोनों भाइयों को उठा लिया। दोनों भाइयों से महिला दारोगा ने 15 लाख की डिमांड की। इस पर दोनों ने साफ कह दिया कि इतना पैसा नहीं है। 50 हजार लेने हो तो बोलो वरना जो कार्रवाई करनी है कर दो। पैसे न देने पर दोनों भाइयों को उन्हीं की गाड़ी से रात तीन बजे घुमाया। फिर चेन, अंगूठी, नकदी और जरूरी कागजात छीन लिये और कहा, पैसे देकर सामान ले जाना।

पीड़ित भाई शुक्रवार सुबह कानपुर में मौजूद अपने साथी धर्मेन्द्र सिंह के साथ ज्वाइंट सीपी के पास पहुंचे। युवकों ने पूरी कहानी बताई। कहा, एक महिला दरोगा थीं। नेम प्लेट नहीं थी। बावर्दी एक होमगार्ड भी था। इस पर ज्वाइंट सीपी ने एसीपी कोतवाली अशोक कुमार सिंह को धरपकड़ में लगाया।

पचास हजार लेते पकड़ी गई
एसीपी ने पीड़ितों से दरोगा के मुखबिर राहुल शुक्ला को कोतवाली स्थित एक रेस्टोरेंट के पास 50 हजार रुपये लेने के लिए बुलवाया। रात नौ बजे पुलिस ने रेस्टोरेंट में छापा मारा तो महिला दरोगा वसूली की रकम लेने पहुंची थी। उसके साथ होमगार्ड व एक ठेला लगाने वाला माताप्रसाद गुप्ता भी था। दरोगा भुवनेश्वरी देवी और उसके पांच अन्य साथियों को शुक्रवार रात कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।