इन्दौर। दो साल पहले विजयनगर पुलिस ने सेक्स रैकेट पकड़ा था, जिनमें नौ युवतियां बांग्लादेशी थीं। उनको बेचने वाले मामून को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। नौ में से दो युवतियों को पुलिस नेे वापस बांग्लादेश भेज दिया है, जबकि बाकी शेल्टर होम से भाग गई थीं। उनका अब तक पता नहीं चला है।
विजयनगर पुलिस ने 2020 में एक होटल में चल रहा सेक्स रैकेट पकड़ा था। इसका प्रमुख मामून उर्फ विजय दत्त था। उसने कबूल किया था कि बांग्लादेश से कई लड़कियों को लाकर यहां बेच चुका है। इस केस में नौ युवतियां बांग्लादेश की थीं। पुलिस ने उनको बाणगंगा क्षेत्र स्थित शेल्टर होम में रखा था, जहां से सात युवतियां भाग गई थीं, जिनका आज तक पता नहीं लगा है। बाकी दो युवतियों को कुछ दिन पहले इंदौर पुलिस ने एंबेसी की मदद से तय प्रक्रिया के तहत वापस बांग्लादेश भेज दिया है। बताते हैं कि इंदौर पुलिस की टीम कुछ दिन पहले दोनों युवतियों को लेकर पश्चिम बंगाल बॉर्डर तक गई थी, जहां से उनको बांग्लादेश के अधिकारियों को सौंप दिया। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है। इन युवतियों को बेचने वाला जमानत पर छूट गया था और गवाहों को धमका रहा था। इसके चलते पुलिस ने उसके खिलाफ फिर केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने उसे बांग्लादेश इसलिए नहीं भेजा, क्योंकि उसके खिलाफ यहां कई केस दर्ज हैं।