नई दिल्ली ! छेड़छाड़ का विरोध करने पर मिटटी का तेल छिडक़ मारी गई लडक़ी का अभी चौथा भी नहीं गुजरा है, लेकिन दिल्ली में फिर एक ऐसा रूह कंपाने वाला मामला सामने आ गया है। दसवीं में पढ़ रही छात्रा को कुछ मनचलें सरेराह परेशान करते रहे और जब लडक़ी ने इसकी शिकायत स्कूल प्रशासन से की, तो इससे गुस्सा मनचलों ने लडक़ी को तेजाब पिला दिया। फिलहाल, नाबालिग लडक़ी की हालत नाजुक है और वह सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। मामला दक्षिण पूर्वी दिल्ली के कालकाजी इलाके का है, जहां दसवीं में पढऩे वाली लडक़ी के साथ यह वारदात की गई है। लडक़ी के साथ मनचलें पिछले कई दिनों से छेड़छाड़ कर रहे थे, लेकिन बुधवार सुबह जब लडक़ी स्कूल जा रही थी, तो उसे रास्ते में तेजाब पिला दिया गया। पीडि़ता के परिजनों की मानें तो दसवीं में पढऩे वाली पीडि़ता को कई दिनों से दो लडक़े छेड़ रहे थे, जिनके डर से वह स्कूल भी नहीं जा रही थी। स्कूल से फोन करके जब उसे बुलाया गया, तो बुधवार को वह स्कूल जाने को राजी हुई, लेकिन रास्ते में ही मनचलों ने उसको तेजाब पिला दिया। परिजनों का यहां तक आरोप है कि तेजाब पिलाए जाने के बाद स्कूल की ओर से अभिभावक को जानकारी तो मुहैया कराई गई, लेकिन इसके बाद या पहले पीडि़ता के ईलाज के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। खुद पीडि़ता के अभिभावक उसे शुभम अस्पताल में लेकर गए, जिसके बाद पीडि़ता को सफदरजंग भेज दिया गया। ईलाज के बाद पीडि़ता ने डॉक्टरों को बयान देते हुए कहा कि उसने छेड़छाड़ की शिकायत स्कूल के अध्यापकों से भी की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लडक़ी को कोई बाहरी चोट या तेजाब से चेहरे पर जलने के निशान नहीं मिले हैं, तो वहीं आस-पास मौजूद सीसीटीवी फुटेज से भी अभी तक जबरन तेजाब पिलाए जाने के सुराग कोई सुराग नहीं है। उन्होंने बताया कि हालांकि पीडि़ता ने अभी तक पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है और पुलिस के साथ बातचीत के बाद मामले में कई पहलू खुल सकते हैं।
सूत्र मानते हैं कि पुलिस पूरे प्रकरण में स्कूल की भूमिका भी जांचेगी। फिलहाल, कालका जी पुलिस की ओर से मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है, लेकिन पूरे मामले पर स्कूल प्रशासन ने चुप्पी साध ली है। मामले की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने भी पीडि़ता से मुलाकात की। उन्होंने मुलाकात के बाद कहा कि महिला आयोग ने पूरे मामले में स्कूल प्रशासन को नोटिस देते हुए जवाब मांगा है।