जबलपुर। तिलवारा में दहेज प्रताडऩा का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। जहां हंसती-खेलती जिंदगी में विष घोलते हुए नवविवाहिता को उसकी दुधमुही बच्ची के साथ पति और सास-ससुर ने धक्के मारकर निकाल दिया और दहेज में बाइक और पांच लाख रुपये नगद लाने की डिमांड कर रहे है। रोते हुए थाने पहुंची पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर, जांच मे लिया है।
जानकारी अनुसार श्रीमती आरती नामदेव 28 वर्ष निवासी शाहनाला त्रिपुरी वार्ड वर्तमान ने बताया कि वह वर्तमान में छोटी ओमती थाना बेलबाग की निवासी है। उसकी शादी 2020 को गोपाल नामदेव निवासी तिलवारा शाहनाला के साथ हिन्दू रीति रिवाज से हुयी थी। शादी के लगभग 2 माह बाद पति गोपाल, सास अनुसुईया बाई, ससुर ओमप्रकाश मायके से दहेज लाने दबाव डालने लगे एवं छोटी छोटी बातों पर मानसिक रूप से परेशान करने लगे।
बच्चे की नहीं ली कोई खबर
पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों बाद वह गर्भवती हो गयी। जिसके बाद उसने सोचा कि बच्चा होने के बाद सब ठीक हो जायेगा, लेकिन पति सास ससुर की आदतों में कोई सुधार नही हुआ, दहेज में बाइक और 5 लाख रूपये लाने के लिये लगातार प्रताडि़त करने लगे। उसकी डिलेवरी का समय नजदीक आने लगा तो ससुराल वालों ने उसे 21 को मायके भेज दिया था। जिहां एल्गिन अस्पताल में डिलेवरी हो गयी थी। जिसके 5 दिन बाद उसकी सास अनुसुईया उसे लेने मायके आई और उसे एवं उसके बच्चे को लेकर शाहनाला ले आई लेकिन ससुराल वालों की आदतों में कोई सुधार नहीं हुआ है और बाइक एवं रूपये मायके से दहेज में लाने के लिये कहने लगे, सास ससुर एवं पति ने उसे बच्चे के साथ घर से निकाल दिया तब से अपने मायके में रह रही है। ससुराल वालों द्वारा उसकी एवं उसके बच्चे की केाई खबर नहीं ली गयी।