फतेहाबाद: हरियाणा के फतेहाबाद जिले में दूल्हा बारात लेकर दुल्हन को लेने के लिए पहुंच चुका था. लेकिन फिर कुछ ऐसा हो गया की शादी नहीं हो सकी. दूल्हे को बिना दुल्हन ही खाली हाथ लौटना पड़ा. ये मामला जिले के रतिया के निकटवर्ती गांव पालसर का है. जहां महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रेखा अग्रवाल की टीम में गुप्त सूचना के आधार पर एक कम उम्र की लड़की की शादी को रुकवाया और बारात को वापस भेज दिया. साथ ही लड़की के परिजनों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने 18 साल से पहले लड़की की शादी करवाई थी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रेखा अग्रवाल को गुप्त सूचना मिली थी कि गांव पालसर में एक परिवार द्वारा अपनी 18 साल से कम उम्र की लड़की की शादी करवाई जा रही है. जिस पर रेखा अग्रवाल अपनी टीम के साथ गांव में पहुंची और जब परिवार से लड़की की उम्र के बारे में दस्तावेज मांगे तो दस्तावेजों के अनुसार लड़की की उम्र 17 साल 1 महीना पाई गई. जिस पर संरक्षण अधिकारी ने लड़की के परिजनों को विवाह रुकवाने के निर्देश दिए और कहा कि 18 साल से कम उम्र में लड़की की शादी करना गैरकानूनी है और इस पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है.

महिला अधिकारी के निर्देशों के बाद लड़की के परिजनों ने आपसी विचार विमर्श कर गांव बीराबद्दी से आई बारात को वापस भेज दिया और महिला अधिकारी के समक्ष आश्वासन दिया कि वह किसी भी प्रकार से कानून की उल्लंघन नहीं करेंगे और कानून के अनुसार लड़की की उम्र पूरी होने के बाद ही का विवाह करेंगे. महिला सरंक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रेखा अग्रवाल ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गांव में कम उम्र की लड़की की शादी को रुकवाया गया है. अगर परिवार वाले 18 साल से कम उम्र में लड़की की शादी करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.