ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के गोहद के कठवां गुर्जर गांव में एक परिवार ने सामूहिक तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हालांकि इस दौरान 9 वर्षीय बेटी बच गई है और उसकी हालत में सुधार हो रहा है। मीनाक्षी होश में आ गई है लेकिन अभी वह सदमे में है इसलिए कुछ बोल नहीं पा रही है।
कठवां गुर्जर गांव निवासी 31 वर्षीय धर्मेंद्र गुर्जर और उनकी 29 वर्षीय पत्नी अमरेश गुर्जर की लाश फांसी के फंदे पर लटकी मिली है जबकि 11 वर्षीय बेटे प्रशांत गुर्जर व 9 वर्षीय बेटी मीनाक्षी जमीन पर लेटी हुई मिली। जब दोनों भाई-बहिन को देखा गया तो प्रशांत की मौत हो चुकी थी जबकि मीनाक्षी की सांस चल रही थी। इससे यह बात सामने आई है कि धर्मेन्द और उसकी पत्नी ने पहले दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या की फिर दंपति फांसी पर झूल गए।
भिण्ड पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चैहान सहित संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घर व आत्महत्या करने वाले कमरे में पुलिस ने तलाशी ली है पर पुलिस को आत्महत्या के संबंध में कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी है। ऐसे में पुलिस अभी तक इस तह तक नहीं पहुंच पाई है कि आखिर धर्मेन्द्र ने परिवार के साथ आत्महत्या क्यों की। पुलिस के अधिकारी मौके पर ही डेरा डाले है। पुलिस मीनाक्षी का इंतजार कर रही है कि वह घटना के संबंध में कुछ बता सके।
दूध का कारोवार करने वाले धर्मेन्द गुर्जर ने आज सुबह तडके पहले अपने बेटे व बेटी का गला घोटा फिर पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। बच्ची का गला घोंटा लेकिन वह बच गई। बच्ची का गोहद के ही अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। गोहद अस्पताल के ब्लाॅेक मेडीकल आॅफीसर डाॅं. आलोक शर्मा ने बताया कि मीनाक्षी की हालत में सुधार है और वह अब खतरे से बाहर है।