भोपाल  ।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन भोपाल के लिए बड़ा दिन है। स्व. कैलाश सारंग हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग उनकी स्मृति में जनसेवा के कार्य कर रहे हैं। पावन कार्यों से उनकी स्मृति को अक्षुण्ण बनाये हुए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अशोका गार्डन क्षेत्र में कोई भी बुजुर्ग बेसहारा नहीं रहेगा, इसका भी विश्वास सारंग ने दृढ़ संकल्प किया है। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा करें और अपनी जिंदगी में अच्छा कार्य करें। अशोका गार्डन क्षेत्र के लोग यह संकल्प लें कि हम इंदौर से स्वच्छता के मामले में पीछे नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने ओल्ड अशोका गार्डन वार्ड नंबर 69 में कैलाश प्रसून सारंग स्मृति डायग्नोस्टिक सेंटर का शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा कि डायग्नोस्टिक सेंटर में नागरिकों को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी जाँचे उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने नागरिकों से जन्म-दिन, माता-पिता की स्मृति पर पौधे लगाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा अनाथ नहीं रहे और सड़क पर भीख मांगता हुआ नहीं दिखे, इसकी व्यवस्था हम करेंगे। दूसरों के लिए करने में ही जिंदगी का असली आनंद है। आज सारंग जी के जन्म-दिन पर यह प्रण हम सभी को लेना चाहिए। अच्छा काम कर अपने जीवन को सार्थक करें।

मुख्यमंत्री चौहान अशोका गार्डन में स्व. कैलाश सारंग की स्मृति में हुई भजन संध्या में शामिल हुए और चंडीगढ़ के भजन गायक कन्हैया मित्तल का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने लेखक नीरज शर्मा द्वारा लिखी गई “बाबूजी और मेरी कविताएँ” पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि पी. मुरलीधर, हितानंद जी, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, लोक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में मातृ-पितृ भक्ति अभियान का शुभारंभ भी किया। मुख्यमंत्री चौहान खाटू श्याम महाराज की आरती में भी शामिल हुए।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि किसी भी परिवार में माता-पिता का साया बहुत बड़ा होता है। मैंने पिताजी के संस्कारों को जीवन में उतार लिया है। उन्होंने मुझे सदमार्ग पर चलने का पाठ पढ़ाया। वे जिंदगी के आखरी क्षण तक समाज की सेवा में लगे रहे। उन्होंने कहा कि कैलाश प्रसून सारंग की स्मृति में जनसेवा का कार्य करता रहूँगा। आज हम मातृ-पितृ शक्ति अभियान की शुरूआत कर रहे हैं। मेरे पिताजी के जाने से जिंदगी खाली हो गई है। उनकी याद को चिरस्थाई रखने का हमेशा प्रयास करूँगा।

पी. मुरलीधर राव ने कहा कि स्व. कैलाश सारंग का जीवन हमेशा जनसेवा में जुड़ा रहा। उनके संकल्पों को आगे बढ़ाने में मंत्री विश्वास सारंग लगे हुए हैं।