भोपाल।  राजधानी में प्री-मानसून एक्टिविटी कम होने के कारण अब फिर गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं।  वर्तमान में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने के कारण प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है।  आद्रता का प्रतिशत भी अब 35 पर पहुंच गया है।  मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सात जून तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। इसके बाद नमी बढ़ने से मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। प्रदेश में सबसे अधिक 45.8 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। खजुराहो देश के सबसे गर्म शहरों में तीसरे नंबर पर रहा। नौगांव, खजुराहो में लू चली।  आज भी सागर, रीवा, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं लू चल सकती है।

अरब सागर में ठहरा मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा के अनुसार वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में तो दक्षिण-पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन अरब सागर में मानसून फिलहाल ठहरा हुआ है। इस वजह से वहां से नमी नहीं आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी नहीं आ रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है।

बढ़ेगी उमस और बैचेनी
अगले 24 घंटों के बारे में मौसम विभाग का अनुमान है कि आसमान में हल्के बादल छाये रहेंगे और शहर में राजस्थान से आ रही गर्म हवाओं के कारण वातावरण में उमस और बैचेनी बढ़ेगी। राजधानी का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री पहुंच गया है। इसी तरह से न्यूनतम तापमान भी अब 30 डिग्री दर्ज होने से रातें भी गर्म होने लगी हैं। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर नागालैंड तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है। इसके प्रभाव से  मौसम करवट बदल सकता है।