भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में एक हज़ार नई एम्बुलेंस सेवा पर सवाल खड़े किए हैं. दिग्विजय सिंह ने गुना जिले के चाचौड़ा के दो लोगों की मौत को लेकर आरोप लगाया कि एम्बुलेंस नहीं पहुंचने से मौत हो गयी.

29 अप्रैल को शिवराज सिंह ने एक हज़ार हाईटेक एम्बुलेंस को दिखाई थी हरी झण्डी
घायलों, गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को त्वरित इलाज के लिए 108-एंबुलेंस की सेवा 29 अप्रैल से शुरू की गई है. इसमे तमाम आधुनिक सुविधाएं हैं सरकार का दावा था कि इन एम्बुलेंस का रिस्पांस टाइम शहर के लिए 18 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 मिनट रखा गया है और हर महीने 15 फीसदी मरीज कैब की तरह मोबाइल एप से एंबुलेंस की बुकिंग कर प्राइवेट अस्पताल में इलाज ले सकेंगे.

सीहोर हादसे में बाप-बेटी की गई जान
सीहोर स्वास्थ्य महकमे की लचर व्यवस्थाओं ने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के गृह जिला मुख्यालय को शर्मिंदा कर दिया. सड़क हादसे में घायल हुए एक परिवार को 40 मिनट बाद 108 एंबुलेंस नसीब हो सकी. तब तक मासूम बालिका और उसके पिता की सांसों की डोर टूट चुकी थी. बाद में घायल मां- बेटे को भोपाल रेफर किया गया, जिनकी हालत भी गंभीर बताई गई है.