सागर में बंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मझगुंवा में हुई महिला की हत्या मामले में पुलिस ने मृतिका के कथित पति और बेटे को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। आरोपियों ने बताया कि मृतिका के दूसरे लोगों के साथ अवैध संबंध थे। इसी के चलते उसकी हत्या की थी। मामले में पुलिस ने आरोपी गोपाल विश्वकर्मा और बलराम केवट दोनों निवासी मझगुंवा को गिरफ्तार कर कोर्ट पेश किया गया है।
बंडा थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल को ग्राम मझगुंवा में आम के पेड़ के पास नाली में महिला का शव मिला था। मृतिका की हत्या धारदार हथियार और पत्थर से मारपीट कर की गई थी। हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान मृतिका के बेटे बलराम केवट ने बताया था कि गांव के गोपाल विश्वकर्मा और उसके परिजनों ने मिलकर उसकी मां भूरीबाई केवट (50) की हत्या की है। गोपाल का नाम सामने आते ही पुलिस ने टीमें गठित कर तलाश में लगाई।
पुलिस टीमों ने खोजबीन करते हुए आरोपी गोपाल विश्वकर्मा को नदी किनारे से पकड़ा। थाने लाकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मृतिका भूरीबाई के पति की मौत हो जाने के बाद करीब 15 सालों से भूरीबाई और उसके बच्चों को अपना लिया था। दोनों पति-पत्नि की तरह रह रहे थे। दोनों के बीच विवाद हो जाने के बाद से मृतिका का अन्य व्यक्तियों से अवैध संबंध हो गया था। जिसके अवैध संबंधों की जानकारी मृतिका के बेटे बलराम केवट को लग गई थी, तभी से बलराम मां से नाराज था।
सुनसान जगह बुलाया और कैंची, पत्थर से मार दिया
आरोपी गोपाल ने बताया कि बलराम के साथ मिलकर भूरीबाई को मारने की साजिश रची। बलराम अपनी मां भूरीबाई को गांव के पास सुनसान जगह पर लाया। जहां भूरीबाई पर खप्चा (कैंची) से हमला कर घायल किया और बलराम ने सिर पर पत्थर पटककर हत्या कर दी थी। गोपाल के जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने मृतका के बेटे आरोपी बलराम को हिरासत में लिया और पूछताछ की।
पहले आरोपी पुलिस को झूठी कहानियां सुनाकर गुमराह करता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ की तो गुनाह कबूल लिया। पुलिस ने आरोपियों से घटना में उपयोग किया गया खप्चा (कैंची) जब्त कर ली है। कार्रवाई टीम में बंडा थाना प्रभारी के साथ एसआई अजय शाक्य, सूरज परिहार, दिलीप यादव, एएसआई आसिफ, मनोज सेन आदि शामिल थे।
आरोपी बेटे ने वारदात के दिन सुनाई थी झूठी कहानी
वारदात के सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तो मृतिका के बेटे बलराम केवट ने झूठी कहानी सुनाई। उसने बताया था कि मेरी मां को गोपाल विश्वकर्मा, गनेश और उसके परिवार के लोगों ने जान से मार दिया है। वह चार-पांच माह से घर आता था। मां को बोलता था- तुम हमारे साथ रहोगी। वरना सबको खत्म कर देंगे। रात को गोपाल ने विवाद किया था। यही बात सरपंच को सुनाने के लिए मां के साथ जा रहा था।