भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी भी गरीब मां-बाप का बच्चा अब उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होगा। ऐसे बच्चों की फीस सरकार भरेगी।  उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे पढ़-लिखकर नौकरी करने के बजाय स्वयं का रोजगार स्थापित कर दूसरों को रोजगार देने वाले बने।

मुख्यमंत्री सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में शनिवार को ग्राम गौरव दिवस के आयोजन के  दौरान  नसरुल्लागंज में शासकीय महाविद्यालय में एनयूएएम के तहत उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से संवाद कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्राम नसरुल्लागंज की जनता को 38 करोड़ से अधिक के निर्माण और विकास कार्यो की सौगात दी। उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में व्यावसायिक शिक्षा शुरू कर दी गई है ताकि दूसरी चीजें सीखकर भी रोजगार में लग सके।

उन्होंने कहा कि अपने बेटे-बेटियों से वे कहना चाहते है कि अगर आप मेघावी और प्रतिभाशाी है तो फीस की चिंता मत करना। ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों की चयन प्रक्रिया भी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम देश और समाज के लिए भी है। उन्होेने कहा कि सरकार बच्चों की आवश्यकता को देखते हुए भवन की व्यवस्था करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक योजना मां तुझे प्रणाम फिर से शुरु की जा रही है। जिसमें अपने बेटे-बेटियों को अपने गांव की माटी लेकर देश की सीमा पर ले जाते है।

किन परिस्थितियों में सेना काम करती है वह देखते है और वहां की माटी लेकर आते है। इस योजना में बेटा बेटी सरहर पर जाकर भारतीय सेना की देशभकित और सर्मपण से प्रेरणा लेंगे। मुख्यमंत्री शाम को उज्जैन के रामघाट में आयोजित गौरव दिवस और विक्रमोत्सव समारोह में शामिल होंगे।