ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के एंडोरी थाना क्षेत्र में एक किसान की कल देर शाम को लाठी डंडों से पीट-पीटकर एक किसान की हत्या कर दी गई। मृतक किसान सरसों बेचकर ग्वालियर से वापस अपने गांव लौट रहा था। रास्ते में ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोक कर आधा दर्जन बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम देकर हत्या की गई। वहीं ट्रैक्टर चालक की हालत गंभीर बनी हुई है।
भिण्ड जिले के गोहद अनुविभाग के एंडोरी थाना प्रभारी नागेश शर्मा ने आज यहां बताया कि मुरैना जिले के सिहोनिया थाना क्षेत्र के मानपुर निवासी विकास गुर्जर कल अपने गांव के एक युवक रामनरेश गुर्जर के साथ ट्रैक्टर से ग्वालियर के मुरार अनाज मंडी में सरसों की फसल बेचने गया था। उसके पास करीब डेढ़ लाख की नकदी थी। जब विकास ट्रैक्टर चालक के साथ भिण्ड जिले के मालनपुर से बारहेड होते हुए सीधे अपने गांव के लिए मानपुर के लिए रवाना हो हुआ, तभी कुछ बदमाश बाइक पर सवार उसके पीछा लग गए। जैसे ही बुद्धा सिंह का पुरा पर ट्रैक्टर पहुंचा तभी आरोपी चलते हुए ट्रैक्टर पर सवार हो गए। बदमाशों से घिरा हुआ देख विकास व ट्रैक्टर चालक मांजरा भांप गए और उसने ट्रैक्टर दौड़ाया। ट्रैक्टर सड़क से खेत में उतर गया। बदमाशों ने ट्रैक्टर को रोक कर विकास को खेत में पटक कर लूट पाट की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस का कहना है कि मृतक विकास व उसके साथ रामनरेश ने हमलावारों को पहचान लिया था। जब उन्होंने मारपीट शुरू की और लूट की वारदात की तब विकास ने उन्हें पहचान ने की बात कही। पकड़े जाने के डर से बदमाशों ने विकास की हत्या कर दी। वहीं, ट्रैक्टर चालक को भी खूब मारा जिससे वे बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती है।
इसी समय पीछे से विकास का चाचा का लड़का सतीश भी बाइक से आ रहा था। उसने अपनी आंखों से वारदात को अंजाम देने वालों को देख लिया। सतीश ने घटना की जानकारी पुलिस और परिजनों को दी। इसके बाद आरोपी रामवीर, केशव, जयवीर, रंजीत, गजराज सिंह, नरेंद्र सिंह निवासी बमरोली समेत चार से पांच अन्य लोगों के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया। सभी आरोपी फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
भिण्ड जिले में हत्या, लूट, चोरी दहशतगर्दी को रोक पाने में पुलिस पूरी तरह असफल रही है। यहां के लोग दहशत में अपना जीवन यापन करने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का बुलडोजर भी अपराधों पर रोक नहीं लगा पा रहा है। अबैध शराब हथियारों की तस्करी भ्ज्ञी खुलेआम हो रही है। पुलिस छोटे-छोटे बदमाशों को पकडकर खानापूर्ति कर रही है जबकि बडे-बडे कारोबारियों पर हाथ डालने से कतरा रही है। बारदातों को देखकर लगता है कि इन बदमाशों से पुलिस ही भयभीत है। नहीं फिर क्या कारण है कि अपराधी अपराध कर के खुलेआम घूम रहे हैं और पुलिस शांत है।