सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के कोठी थानांतर्गत भैसवार गांव में कल देर शाम घर में खाना बनाते समय चूल्हे से उठी चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग तेजी से भड़की और पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन तक झोपड़ी पूरी तरह जलकर राख हो गई। इस आगजनी में दो मासूम बच्चों और एक वृद्धा की बुरी तरह झुलस जाने के कारण मौत हो गई।

कोठी थाना पुलिस के अनुसार, ग्राम भैंसवार निवासी 65 वर्षीय विद्या बाई डोहर शनिवार देर शाम अपनी झोपड़ी में चूल्हे पर खाना बना रही थी और उनके पोता-पोती 5 वर्षीय सागर डोहर और 4 वर्षीय कीर्ति डोहर झोपड़ी में खेल रहे थे। इसी दौरान अचानक चूल्हे से चिंगारी उड़ी और झोपड़ी में आग भड़क उठी। आग लगने के बाद दो बच्चे लपटों में घिर गए। उन्हें बचाने की कोशिश में उनकी दादी विद्या बाई भी आग की चेपट में आ गई और झुलसने से तीनों की मौत हो गई। इस भयानक मंजर को जब आसपास के लोगों ने देखा तो वे पानी लेकर पहुंचे, लेकिन घास से बनी झोपड़ी पूरी तरह धू-धूकर जल गई। लोगों ने दमकल को भी सूचना दी, लेकिन जब तक मदद पहुंची, तब तक दादी और उनके पोता-पोती जिंदा जलकर शव में तब्दील हो चुके थे।

हादसे की जानकारी लगने पर एसडीओपी मोहित यादव घटनास्थल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। हादसे के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल सिंह परिहार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।

बताया जा रहा है कि इस हादसे में कोठी थाना क्षेत्र के भैंसवार नयागांव निवासी 65 वर्षीय विद्या डोहर पत्नी मुरलिया डोहर, 5 वर्षीय सागर डोहर पुत्र विकास डोहर और 4 वर्षीय कीर्ति डोहर पुत्री कौशलेंद्र डोहर की मौत हुई है। सागर और कीर्ति चाचा और बड़े पापा के लड़के-लड़की थे, जो अपनी दादी के साथ अकेले थे। जानकारी मिली है कि मृतका विद्या बाई के चार लड़के और बहू हैं। बहू अपने मायके गई थीं और लड़के घर में नहीं थे। इसके कारण विद्या बाई खुद खाना बना रही थीं। विद्या बाई के पति मुरलिया भी घर पर नहीं थे। घर पर दोनों बच्चे खेल रहे थे, तभी खाना बनाने बैठी विद्या बाई ने चूल्हे में आग जलाई और चिंगारी निकलने से यह हादसा हुआ। मौके पर पहुंची कोठी पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।