ग्वालियर। भगवान का जन्मोत्सव भक्त प्रहलाद की भक्ति संसार में अदभुत है, आप देखिये प्रहलाद के पिता हिरणाकश्यप जब उसको मारने लगे तो हिरणाकश्यप ने प्रहलाद से पूछा तेरे भगवान कहां हैं अब क्यों बचाने नहीं आ रहे, तो प्रहलाद ने कहा कि भगवान सब जगह हैं, हिरणाकश्यप यह सुनकर क्रोधित हुआ और एक पत्थर के खंबे को दिखाकर बोला कि इसमें भी हैं प्रहलाद ने कहा हां इसमें भी। इस पर हिरणाकश्यप ने खंबे को लात मारकर तोड दिया तो उसमें से भगवान का नृसिंह अवतार हुआ और दुष्ट हिरणाकश्यप का अंत हुआ। प्रहलाद की भक्ति की उक्त कहानी सुनाकर प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक आचार्य अरविंद जी महाराज ने कहा कि भक्ति की शक्ति का सबसे बडा उदाहरण है।
आज अचलेश्वर बिहार कालोनी पार्क में चौथे दिन आचार्य श्री अरविंद ने प्रहलाद चरित्र , समुद्र मंथन, वामन कथा , रामकथा और भगवान बालकृष्ण के नंदोत्सव की सजीव कथा सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होने कहा कि भगवान सब जगह हैं और वह हर युग में अवतार भी लेते हैं, कई बार भक्तों की परीक्षा भी लेने भगवान स्वयं भी आते हैं। इस लिये भक्ति में कभी भी कमी नहीं आने दें। आचार्य श्री ने कहा कि जैसे दूध के कण-कण में घी है वैसे ही हर वस्तु, हर पेड, पौधों , हर जीव , हर कण कण भगवान हैं। जरूरत है तो हमें बस उन्हें समझने देखने की
आचार्य श्री ने कहा कि जब दुष्टों और पापियों का अनादर बढ जाता है और वह अपने आपको ईश्वर ही समझने लगते हैं, तब भगवान को अवतार लेकर उनका भ्रम भी तोडने आना ही पडता है। भक्त के पुकारने पर भगवान किसी न किसी रूप में मदद करने अवश्य आते हैं।
आज भगवान के जन्म की कथा पर भारी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे, एक नन्हें बच्चे को भगवान श्री कृष्ण के रूप में भी प्रस्तुत किया गया। जन्मोत्सव पर मिठाई, खेल खिलोने व टॉफियों का वितरण भी किया गया। आरती में स्थानीय निवासियों सहित मुख्य परीक्षित विजय मीरा गुप्ता , जेडआरयूसीसी सदस्य धीरज बंसल ख् डीआरयूसीसी सदस्य विनय अग्रवाल ने आचार्य श्री अरविंद का अभिनंदन किया।