इंदौर. प्रदेश में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया जा रहा है. यह एयरपोर्ट इंदौर के पास देवास और सोनकच्छ के बीच बनेगा. यात्रियों के साथ कार्गों और लॉजिस्टिक हब को बढ़ावा देने के लिए एयरपोर्ट बनाया जा रहा है.
इसके लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है. प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर और राजधानी भोपाल के बीच प्रस्तावित यह एयरपोर्ट क्षेत्रफल के हिसाब से देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया —एएआई— ने इसके लिए जमीन और अन्य पड़ताल प्रारंभ कर दी हैं.
एयरपोर्ट के लिए इंदौर और भोपाल के मध्य स्थित देवास सोनकच्छ और चापड़ा के बीच जमीन तय की गई है. मध्यप्रदेश के उद्योग विभाग ने इसके लिए करीब 25 हजार एकड़ जमीन तलाश ली है. मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन एमपीआईडीसी ने जमीन के संबंध में राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है.
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री ने भी इस पर स्वीकृति दी जिसके बाद तेजी से कवायद की गई. एयरपोर्ट के लिए शाजापुर से देवास एबी रोड, इंदौर-भोपाल रोड, भोपाल-जयपुर रोड, नरसिंहगढ़ को एक—दूसरे से जोड़ा जाएगा. एयरपोर्ट प्रोजेक्ट के लिए एमपीआईडीसी की एक स्पेशल टीम जुट गई है. जानकारी के अनुसार प्रदेश के औद्योगिक निवेश एवं नीति प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन और विमानन अधिकारियों से बात कर चुके हैं. प्रमुख सचिव संजय शुक्ल की भी अधिकारियों से बात हो चुकी है.
इंदौर, देवास और पीथमपुर में अधिकांश इंडस्ट्री होने के कारण एयरपोर्ट के लिए यह जगह तय की – एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपने स्तर पर भी एयरपोर्ट के लिए प्रस्तावित जमीन और अन्य पड़ताल कर रहा है. मध्यप्रदेश की 40 प्रतिशत इंडस्ट्री इस क्षेत्र में हैं. इंदौर, देवास और पीथमपुर में अधिकांश इंडस्ट्री होने के कारण एयरपोर्ट के लिए यह जगह तय की गई है. एयरपोर्ट के लिए जमीन तय करने में मौसम भी बड़ा फैक्टर रहा है.