नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के इंदौर में बने एशिया के सबसे बड़े बायो सीएनजी प्लांंट ‘गोबर-धन’ का लोकार्पण करते हुए कहा कि इंदौर के लोगों को सिर्फ ‘सेव’ खाने का ही शौक नहीं, अपने शहर की ‘सेवा’ करना भी उन्हें बखूबी आता है।
इस प्लांट का वर्चुअली लोकार्पण करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर के निवासियों, खास तौर पर यहां की महिलाओं और सफाईकर्मियों की बेहद प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इंदौर की महिलाओं ने कूड़ा प्रबंधन को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया है। यही प्रयास इस अभियान को सफल बना रहे हैं। इंदौर की महिलाएं एक प्रकार से देश की बहुत बड़ी सेवा कर रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंदौर का नाम आते ही स्वच्छता और नागरिक कर्त्तव्य स्मरण हो जाते हैं। शहर के निवासी केवल ‘सेव’ खाने के शौकीन ही नहीं हैं, उन्हें अपने शहर की ‘सेवा’ करना भी खूब आता है। मोदी ने इंदौर के सफाईकर्मियों की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे इंदौर के सफाईकर्मियों के माध्यम से देश के सभी सफाईकर्मियों को प्रणाम करते हैं, जिन्होंने कोरोना काल के दौरान भी अपने कार्य के माध्यम से लगातार देश सेवा की।
उन्होंने कहा कि देश में लगातार पांच बार सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल करने वाले इंदौर में बहुत से लोग तो सिर्फ यहां की स्वच्छता देखने आते हैं। इंदौर ने हाल ही में ‘वाटर प्लस’ की उपलब्धि भी हासिल की है। उन्होंने कहा कि जब किसी शहर के जलस्रोत स्वच्छ होेते हैं, तो वहां जीवंत ऊर्जा आती है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि सरकार अन्य शहरों को भी वाटर प्लस बनाना चाहती है और इसलिए सरकार एक लाख से कम आबादी वाले क्षेत्रों में गंदे पानी के ट्रीटमेंट की सुविधा उपलब्ध करा रही है।
प्रधानमंत्री ने इंदौर की पहचान ‘देवी अहिल्या’ का संदर्भ देते हुए अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ के नवनिर्मित मंदिर परिसर में देवी अहिल्या की भी प्रतिमा स्थापित की गई है। इस कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक भी वर्चुअली जुड़े। इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, तुलसी सिलावट समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।