बैतूल। कई बार अत्यधिक उत्साह में शौक को पूरा करना भी मौत का सबब बन सकता है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण शनिवार शाम को बागमती एक्सप्रेस की चपेट में आए दो युवकों की मौत से मिल रहा है।
दोनों मृतक आपस में अच्छे दोस्त थे और घर से शादी में जाने का कहकर रेलवे ब्रिज पर पहुंचकर सेल्फी ले रहे थे। इसी दौरान वह बागमती एक्सप्रेस की चपेट में आने से कट गए थे। इसमें एक युवक का सिर धड़ से अलग हो गया, जबकि दूसरे का शव क्षत विक्षत हो गया, जिससे शनिवार को उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। शाहपुर पुलिस ने रविवार को दोनों मृतकों की शिनाख्त कर ली है।
यह घटना शनिवार को जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी. दूर शाहपुर थाने के अंतर्गत शनिवार शाम को घटित हुई थी। शाहपुर थाना प्रभारी शिवनारायण मुकाती ने बताया कि शाहपुर में माचना नदी के रेलवे ब्रिज पर हादसे का शिकार हुए दोनों युवकों की शिनाख्त हो गई है। दोनों युवक आसपास के गांव के निवासी और आपस में दोस्त थे। कोटमी गांव में शादी में जाने का कहकर वे घर से निकले थे।
उन्होंने बताया कि ट्रेन में चपेट में आए मुकेश (21) पुत्र मंगल सिंह उइके निवासी बाकुड़ तहसील घोड़ाडोंगरी और दूसरा मनिल मर्सकोले (19) पुत्र पुन्नू मर्सकोले निवासी माथनी हैं। यह दोनों ही गांव पास-पास में हैं। इससे दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी। मुकेश उइके नर्सिंग कोर्स कर रहा था। वह ग्लोबल आईटीआई बगडोना का छात्र बताया जा रहा है।
थाना प्रभारी मुकाती ने बताया कि दोनों युवक शनिवार दोपहर 3 बजे घर से कोटमी गांव में शादी में जाने का कहकर निकले थे। कोटमी गांव घटनास्थल से 2 किलोमीटर दूर ही है। कैमरा भी वह घर से साथ लाये थे। इस बीच माचना रेलवे ब्रिज पर फ़ोटो शूट करते समय हादसे का शिकार हो गए। जीआरपी द्वारा शाहपुर में दोनों युवकों के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि मुनील पुत्र पूनू मर्सकोले निवासी माथनी का था। उसके माता-पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। वह उसका लालन-पालन मामा के द्वारा किया गया था। वह मामा के साथ कृषि कार्य करता था। मुनील की मौत से परिवार का इकलौता वारिस भी खत्म हो गया है। दोनों युवकों की मौत से गांव में मातम पसर गया है।