टीकमगढ़ ! कलेक्टर प्रियंका दास ने 1 जुलाई को ग्राम हीरानगर, वर्माडांग, वर्माताल, कुर्राई, प्रेमनगर, दिगौड़ा, दोर, बम्होरी (बराना), मढिय़ा सहित अनेक ग्रामों में शालाओं, आंगनवाड़ी केंद्रों, छात्रावास तथा प्राथमिक सहकारी समितियों का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश जारी किए। इस अवसर पर डीपीसी हरिश्चंद्र दुबे, तहसीलदार पृथ्वीपुर जीएस पटेल, पृथ्वीपुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अखिलेश उपाध्याय तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। श्रीमती दास ने प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में बच्चों की कम उपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित शिक्षकों का 10-10 दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि एक सप्ताह में स्थिति में सुधार नहीं होगा तो और सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने शिक्षकों को निर्देशित किया कि वे शालाओं के आस-पास के क्षेत्रों में जाकर लोगों को प्रेरित कर बच्चों को शालाओं में दर्ज करायें। उन्होंने निर्देशित किया कि एक भी बच्चा शाला जाने से वंचित नहीं रहे। श्रीमती दास ने शालाओं में बच्चों के कम नामांकन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित किया कि आंगनवाड़ी से निकलने वाले समस्त बच्चों का नाम संबंधित प्राथमिक शाला में तथा प्राथमिक शाला से उत्तीर्ण समस्त बच्चों का नाम संबंधित माध्यमिक शालायों में दर्ज किया जाये। आपने कहा इसी प्रकार माध्यमिक शालाओं से उत्तीर्ण समस्त बच्चों का नामांकन संबंधित हाईस्कूल में कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। सभी शालाओं में इस प्रकार की व्यवस्था का पालन नहीं किए जाने पर उन्होने संबंधित शिक्षकों के विरुद्घ कार्यवाही करने की चेतावनी दी है। श्रीमती दास ने आंगनवाड़ी में नाश्ता-खाना समय पर नहीं देने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उनके भ्रमण के दौरान दोपहर 12.30 बजे तक आंगनवाड़ी केंद्र प्रेमनगर में नाश्ता वितरित नहीं हुआ था तथा खाना भी नहीं आया था। इस कारण उन्होंने संबंधित समूह को बदलने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी आंगनवाडिय़ों एवं शालाओं में नाश्ता एवं खाना समय पर और भरपेट तथा मेन्यू अनुसार वितरित होना सुनिश्चित किया जाये। आपने संबंधित अधिकारी से नियमित रूप से निरीक्षण कर इस संबंध में लापरवाही करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सहकारी समितियों में पर्याप्त बीज उपलब्ध रहे: श्रीमती दास के भ्रमण के दौरान प्राथमिक सहकारी शाख समिति हीरानगर में प्रामाणिक बीज उपलब्ध नहीं था। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी समितियों में आवश्यकतानुसार बीज एवं खाद उपलब्ध रहे यह सुनिश्चित किया जाये। श्रीमती दास के भ्रमण के दौरान प्राथमिक शाला कुर्राई में व्यवस्थायें अच्छी थीं तथा पर्याप्त बच्चे शाला में उपस्थित थे, जिसकी उन्होंने प्रशंसा की। इसके साथ ही शाला में बन रहे खाने की व्यवस्था और गुणवत्ता को देखकर उन्होंने संबंधित रसोईयों को प्रशंसा-पत्र देने के निर्देश भी दिये।