भोपाल । भोपाल-इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद भी स्वीकृत पदों पर अफसरों की तैनाती को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भोपाल में दो डीआईजी बतौर एडिशनल पुलिस कमिश्नर पदस्थ होने थे लेकिन सवा महीने बाद भी एक पद खाली है। राज्य शासन तय नहीं कर पा रहा है कि डीआईजी रैंक के किस अफसर को यहां तैनात किया जाए।
प्रदेश की आधा दर्जन डीआईजी रेंज खाली पड़ी हुई है। हाल ही में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू हुआ है। भोपाल शहर में भी एक डीआईजी का पद खाली है। इस पद पर किसे पदस्थ किया जाए यह इस सिस्टम के लागू होने के सवा महीने बाद भी तय नहीं हो पाया है। जबकि प्रदेश में 21 डीआईजी हैं, इनमें से 12 अफसर ही रेंज में पदस्थ हैं। जबकि एक अफसर प्रदेश में ही अन्य विभाग में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं।
जनवरी में हुई आईपीएस अफसरों की पदोन्नति और तबादलों के बाद प्रदेश की आधा दर्जन पुलिस रेंज इन दिनों डीआईजी विहीन हैं। इसमें भोपाल के अलावा ग्वालियर और चंबल जैसे महत्वपूर्ण डीआईजी रेंज भी खाली हैं। ग्वालियर और चंबल को अपराधों की दृष्टि से संवदेनशील रेंज माना जाता है। चंबल डीआईजी ललित शाक्यवार का तबादला हाल ही में वहां से पीएचक्यू किया गया, उनकी जगह पर अभी किसी अन्य अफसर को पदस्थ नहीं किया गया है।
आईजी नारकोटिक्स आज हो रहे रिटायर
इधर नशे के कारोबार पर लगाम कसने वाली नारकोटिक्स विंग के आईजी भी आज रिटायर हो रहे हैं। राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बने आईजी गिरधर गोपाल पांडे आज रिटायर हो रहे हैं। वे पिछले दो साल से इसी विंग में पदस्थ थे।
ये डीआईजी रेंज खाली
भोपाल में एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर, इंदौर में एडिशनल पुलिस कमिश्नर मनीष कपूरिया, राजेश हिंगणकर, उज्जैन अनिल कुशवाह, रतलाम सुशांत सक्सेना, खरगौन तिलक सिंह, होशंगाबाद जेएस राजपूत, इंदौर ग्रामीण चंद्र शेखर सोलंकी, छतरपुर विवेक राज सिंह, आरआरएस परिहार जबलपुर, मिथलेश शुक्ला रीवा, अनुराग शर्मा बालाघाट में पदस्थ हैं। जबकि भोपाल शहर, भोपाल ग्रामीण, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, चंबल, सागर डीआईजी रेंज खाली हैं।