रायपुर । लोगों के बीच तीसरी लहर में भी कोई जागरूकता पिछले हालात को देखते हुए नजर नहीं आ रही है। जो दो डोज लगवा चुके हैं वे अपने आप को बाहुबली समझ रहे हैं। कई लोग वैक्सीनेशन के लिए सामने नहीं आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लोग पॉजिटिव होने के बाद भी सार्वजनिक जगहों पर घूम रहे हैं। जितनी संख्या में भी लोग दफ्तर जा रहे हैं या अन्य कामकाज से बाहर जा रहे हैं। ऐसे ही हालात हैं।

कोरोना के लक्षण दिखने पर एंटीजन टेस्ट कराते हैं और निगेटिव आने के बाद घूमने चले जाते हैं। जबकि आरटीपीसीआर सैंपल की जांच में 3 दिन बाद वह संक्रमित मिलते हैं। इसके चलते आंकड़ों की संख्या में तेजी से और लगातार वृद्धि हो रही है। लोग टेस्ट के बाद भी होम आइसोलेशन में नहीं हैं।मास्क भी जबरिया पहनाया जा रहा है,यदि रोक लिए तो बहसबाजी पर उतर आते हैं। जब हालात बिगड़ जायेंगे तब ही चेतेंगे शायद यही लग रहा है। प्रशासन की ओर से लाकडाउन नहीं लगाया जा रहा है,मतलब जनजागरूकता व नियमों का पालन कर ही कोरोना से बचा जा सकता है। रोज जो आंकड़े गिन रहे हैं कि क्यों बढ़ रहा है उसके कारण हम आप सब ही हैं।