रायपुर . मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गांधी चौक मैदान में आयोजित गांधी हमारे अभिमान कार्यक्रम में शामिल होकर मौन प्रदर्शन में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हमारी परंपरा में सभी शामिल होते हैं, दो दिन का धर्म संसद था जिसमें धार्मिक बातें होती हैं, हम किसी की आलोचना नहीं करते, सुधार की बात करते हैं.आपत्तिजनक भाषा का विरोध किया गया, कालीचरण के पीछे क्या उद्देश्य था ये हमें नहीं पता.महापुरूषों ने महात्मा गांधी के बारे में क्या कहा वो महत्वपूर्ण है,  टैगोर जी के खिलाफ बोलने वाले ये कौन होते हैंआइंस्टीन ने गांधी जी को लेकर कहा था कि भविष्य की पीढिय़ों को यह बात यकीन करने में मुश्किल होगी कि हाड़ मांस का बना ऐसा व्यक्ति भी कोई था.

विवेकानंद ने शिकागो में धर्म संसद में कहा था कि हम विश्व के सभी धर्मों को स्वीकार किया है, हमने सताए हुओं को अपने यहां स्थान दिया है. विवेकानंद को विवेकानंद बनाने में छत्तीसगढ़ की माटी का भी अहम योगदान है.नफरत फैलाने वालों से सावधान रहने की जरूरत है,  ऐसे लोग समाज के लिए कोढ़ हैं.कोरोना के संकट के दौर में आर्थिक मदद करने की जरूरत है न कि धर्म को लेकर लड़ाई करने की.ईश्वर से अछूता कोई नहीं,  हम सब उसी के अंश हैं,  हम अहिंसा के राह पर चलते हैं,  गांधी जी ने छत्तीसगढ़ के सुंदरलाल शर्मा को अपना गुरू कहा.गांधी जी ने सबसे बड़ा जो काम किया है वो है श्रम का सम्मान. मेहनत का सम्मान.
हमारी सरकार गांधी के रास्ते पर चल रही है और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने वाले गोडसे और सावरकर की राह पर चल रहे हैं.  देश विभाजन के लिए गांधी नहीं जिन्ना और सावरकर जिम्मेदार हैं.हम नेहरू और गांधी के समाज को खंडित नहीं होने देंगे.छत्तीसगढ़ की पुलिस बधाई की पात्र है,  ऐसे व्यक्ति को पकड़कर कोर्ट में खड़ा कर दिया.

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,मंत्री रविन्द्र चौबे,कवासी लखमा,सांसद छाया वर्मा,संसदीय सचिव विकास उपाध्याय,खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी,राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा,पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी,किरणमयी नायक,सुशील आनंद शुक्ला सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित हैं।