लखनऊ । राजधानी लखनऊ में हाल ही में बने नए थाने बिजनौर में तैनात दरोगा राधेश्याम यादव को रिटायर डिप्टी एसपी बीएल दोहरे से पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गुरुवार को एंटीकरप्शन की टीम गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दरोगा को पीजीआई पुलिस के सुपुर्द किया गया है।

बीएल दोहरे के मुताबिक एक साल पहले उनकी मलिहाबाद निवासी सौरभ और ऋषभ सैनी से मुलाकात हुई थी। मंडी परिषद का चेयरमैन बनने की लालच में आए रिटायर सीओ से आरोपियों ने एक करोड़ रुपये मांगे थे। झांसे में आकर दोहरे ने आरोपी सौरभ और ऋषभ को 20 लाख रुपये दे दिए। लेकिन उन्हें कोई पद नहीं मिला। ठगी की हकीकत सामने आने पर दोहरे ने सरोजनीनगर थाने में आरोपियों के खिलाफ जुलाई महीने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी विवेचना बिजनौर थाने में तैनात राधेश्याम यादव कर रहे थे।

दरोगा की आज होगी कोर्ट में पेशी
दरोगा ने कई बार उनसे मुलाकात कर विवेचना आगे बढ़ाने के लिए रुपये मांगे थे। इतना ही नहीं आरोपी दरोगा ने सौरभ और ऋषभ से उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में धारा हटाने के लिए भी रुपये लिए थे। एंटीकरप्शन यूनिट के एसपी राजीव मल्होत्रा के अनुसार रिटायर डीएसपी बीएल दोहरे ने दरोगा राधेश्याम यादव के खिलाफ शिकायत की थी। गुरुवार को उनकी टीम ने राधेश्याम यादव को पांच हजार रुपये लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। एसपी राजीव मल्होत्रा के अनुसार राधेश्याम यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। शुक्रवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।