रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता भूपेश बघेल ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP ) पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के नाम पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पांच राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को टालने की साजिश रच रही है।

यही नहीं सीएम भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए। भूपेश बघेल ने कहा है कि ओमिक्रॉन  के कुछ ही मामले अब तक देश में पाए गए हैं। लेकिन, इसके खतरों के बारे में लोगों को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है।

क्या बीजेपी की यह सरकार 5 राज्यों में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को टालने की साजिश रच रही है? कई अटकलें हैं। एक स्वतंत्र संस्था के रूप में चुनाव आयोग की विश्वसनीयता आजकल संदिग्ध है, क्योंकि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में उसके अधिकारियों को बुलाकर बैठक किया जा रहा है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ। दरअसल, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट व तीसरी लहर के प्रसार से बचाव को लेकर अगले साल की शुरुआत में होने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों को टालने की बात चल रही है। इसको लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) चुनाव वाले राज्य उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर है।

चुनाव आयोग बहुप्रतीक्षित यूपी चुनाव 2022 से पहले की स्थिति का आकलन करने के लिए राजनीतिक दलों और अन्य हितधारकों के साथ बैठक करेगा। जिसके चलते मुख्य चुनाव आयुक्त, चुनाव आयोग के अधिकारियों की एक टीम के साथ 27 दिसंबर को लखनऊ पहुंचें हैं। जहां वे सभी जिलों के सभी एसपी और एसएसपी के साथ बैठक करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान, ECI उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलाधिकारियों के साथ एक बैठक भी करेगा। इस बैठक के जरिए आयोग को चुनाव संबंधी फीडबैक मिलेगा। जिसके आधार पर चुनाव के आयोजन के संबंध में आयोग कोई भी फैसला ले सकता है।  

बता दें साल 2022 में 5 राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, गोवा और मणिपुर) में विधानसभा के चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और गोवा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में है। मणिपुर में भी बीजेपी सरकार में है। कांग्रेस ने सभी राज्यों में पूरा जोर लगा रखा है।ओमिक्रॉन वेरिएंट देश के 21 राज्यों में फैल चुका है। कुल 653 केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 167 मामले महाराष्ट्र में आए हैं। इसके बाद दिल्ली का नंबर है। यहां कुल 165 संक्रमित लोग मिल चुके हैं। केरल में 57, तेलंगाना में 55, गुजरात में 49, राजस्थान में 46, तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31, मध्यप्रदेश में 9, ओड़िशा में 8, आंध्रप्रदेश एवं पश्चिम बंगाल में 6-6, हरियाणा एवं उत्तराखंड में 4-4, चंडीगढ़ एवं जम्मू-कश्मीर में 3-3, उत्तर प्रदेश में 2, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख एवं मणिपुर में 1-1 संक्रमण के मामले की पुष्टि हो चुकी है।