भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश को देश का नंबर वन प्रदेश बनाया जाये। यह तभी संभव है जब हर शहर स्वच्छता के क्षेत्र में सक्रिय हिस्सेदारी निभाये और अपने-अपने शहरों को सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर बनायें। मुख्यमंत्री ने नागरिकों को स्वच्छता के लिए प्रदेश को देश का नंबर वन प्रदेश बनाने का संकल्प दिलवाया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हर शहर को अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। इस विरासत को आगे बढ़ाने तथा विकास में जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये सभी शहर अपना-अपना स्थापना दिवस मनाये।
मुख्यमंत्री चौहान आज इंदौर में राज्य स्तरीय स्वच्छता प्रेरणा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। महोत्सव में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों का शंखनाद भी हुआ। महोत्सव में स्वच्छता प्रेरणा कार्यशाला भी हुई, जिसका सीधा प्रसारण सभी नगरीय निकायों में देखा गया। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं संस्कृति मंत्री सुउषा ठाकुर, नगरीय प्रशासन एवं विकास राज्य-मंत्री ओ.पी.एस. भदौरिया, सांसद शंकर लालवानी, सहित विधायक जन-प्रतिनिधि वर्चुअली शामिल हुए। संचालक स्वच्छ भारत मिशन भारत सरकार विनय शंकर झा विशेष रूप से मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को स्वच्छता का अद्भुत गौरव मिला है। प्रदेश के शहरों ने बड़ी संख्या में देश में स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह हमारे लिए पड़ाव नहीं है, इसे और आगे बढ़ाना है और प्रदेश को देश का सबसे सुंदर और स्वच्छ शहर बनाना है। इसके लिए सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। सभी यह संकल्प लें कि हम अपने-अपने शहरों को सुंदर और स्वच्छ बनाएंगे। शहर सुंदर और स्वच्छ होंगे, तो प्रदेश भी स्वच्छ और सुंदर बनेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने स्वच्छता इंदौर के लगातार पाँचवीं बार अव्वल आने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि इंदौर देश की शान है। इंदौर स्वच्छता की पाठशाला है। उन्होंने कहा कि यह पक्का विश्वास है कि इंदौर छठवीं बार भी स्वच्छता में देश में नंबर वन रहेगा। स्वच्छता को इंदौर ने दिल से अपनाया है और उसे अपने स्वभाव, भावनाओं, विचारों और कर्मों में शामिल किया है। इंदौर की जनता को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने कहा कि इंदौर में हुए स्वच्छता संबंधी कार्यों से अन्य शहरों को प्रेरणा लेना चाहिए। स्वच्छता संबंधी इस कार्यक्रम के लिए इंदौर सही मायने में अधिकारी था। यहाँ इस सम्मेलन में आए सभी प्रतिनिधि इंदौर का भ्रमण करें और स्वच्छता को देखें, स्वच्छता का पाठ सीखे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा मध्यप्रदेश अभी स्वच्छता के क्षेत्र में देश में तीसरे स्थान पर है, इसे अब हमें नंबर वन प्रदेश बनाना है। इसके लिए सभी एकजुट होकर कार्य करें और स्वच्छता को चुनौती के रूप में लें।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उन्होंने भारत के मान और सम्मान को दुनिया में बढ़ाया। सुशासन की नई दिशा दिखाई। शक्तिशाली भारत की नींव रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता संबंधी संकल्प को दोहराते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छता को हमारे स्वभाव में शामिल करवाया है। स्वच्छता के क्षेत्र में भारत तेजी से नई इबारत लिख रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता के सभी मापदंडों को अपनाया जाए। अपने-अपने शहरों को सुंदर और स्वच्छ बनाने में सभी जुट जाएं और वर्ष 2022 में एक नई उपलब्धि हासिल करें।
इंदौर सहित प्रदेश के सभी शहर मनाये अपना स्थापना दिवस
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी शहरों की अपनी-अपनी विरासत है। इस विरासत पर हमें गर्व होना चाहिए। इस विरासत को आगे बढ़ाने और विकास के क्षेत्र में जन-भागीदारी सुनिश्चित करने सभी शहर अपना स्थापना दिवस मनाएँ। इस दिन शहरों को सजाया जाए। विभिन्न क्षेत्रों में शहरों का नाम रोशन करने वाले विशिष्ट जन को आमंत्रित कर उनके अनुभव का लाभ लिया जाए और विकास को नई दिशा दी जाए।
स्वच्छता वीरों से संवाद
मुख्यमंत्री चौहान ने नगरीय निकाय देवास, मूंदी एवं सागर में उपस्थित सफाई मित्रों और नागरिक समूहों से संवाद किया। मुख्यमंत्री चौहान ने सीवर एवं सेप्टिक टेंक की सफाई के लिए मानक संचालन प्रक्रिया बुक का विमोचन किया। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर “75 शहरों की 75 बदलाव की कहानियाँ” की डिजिटल कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। स्वच्छता प्रेरणा महोत्सव में प्रदेश के नगरीय निकायों में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले स्वच्छता कर्मी, कर्मचारियों, स्थानीय नागरिकों, रेसीडेंट वेलफेयर सोसायटी और अशासकीय स्वयंसेवी संगठनों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने ‘स्वच्छता गान’ गायकों और पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया।
27 निकायों को स्टार रेकिंग मिलने पर 1475 लाख से किया सम्मानित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विगत वर्ष स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले 27 नगरीय निकाय, जिन्हें स्टार रेकिंग मिली है, उन्हें विशेष सम्मान राशि प्रदान की है। नगरीय निकाय इंदौर को 5 करोड़, भोपाल एवं देवास को को 1-1 करोड़, बुरहानपुर, धार, राजगढ़ (जिला धार), ग्वालियर, मूंदी, सिंगरोली और उज्जैन को 50-50 लाख रुपये की सम्मान राशि दी गई। इसी तरह नगरीय निकाय मुंगावली, गोरमी, शाहपुर (बुरहानपुर), नवगाँव, दमुआ, हर्रई, हाटपिपल्या, सरदारपुर, खण्डवा, पिपलिया मण्डी, जीरन, नामली, सागर, सिवनी, बड़ागाँव और बड़नगर को 25-25 लाख रुपये की सम्मान राशि दी गई है।
“मैं हूँ झोलाधारी इंदौरी बैग” पहनकर इंदौर के स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के लोगो का विमोचन
मुख्यमंत्री चौहान सहित अन्य सभी अतिथियों ने “मैं हूँ झोलाधारी इंदौरी ईको फ्रेंडली बैग” पहनकर इंदौर नगर निगम के स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के लिए तैयार किये गये लोगो और अन्य प्रचार सामग्री का विमोचन किया।
इंदौर को किया विशेष रूप से सम्मानित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वच्छता में लगातार पाँच बार अव्वल रहने पर इंदौर नगर निगम को विशेष रूप से सम्मानित किया। यह सम्मान संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, नगर निगम आयुक्त सुप्रतिभा पाल, अपर आयुक्त संदीप सोनी तथा सफाईकर्मी श्रीमती उषा बाई ने ग्रहण किया। मुख्यमंत्री ने इंदौरजिले की नगर पंचायत राऊ को भी सम्मानित किया। राऊ की तरफ से यह सम्मान एसडीओ प्रतुल सिन्हा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी राकेश चौहान और हरीश व्यास तथा ताराचंद हाडे ने प्राप्त किया।
प्रारंभ में आयुक्त नगरीय प्रशासन निकुंज श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन दिया। स्वच्छ भारत मिशन के संचालक विनय शंकर झा ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की प्रक्रिया के की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंदौर के स्वच्छता मॉडल को देश और विदेश में सराहा जा रहा है।