भोपाल | मध्य प्रदेश के रीवा जिले में स्थित रीवा अल्ट्रा मेगा सौर लिमिटेड से दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) बिजली खरीदेगा। इस संबंध में दोनों पक्षों के बीच दिल्ली में गुरुवार को करार हुआ। यह करार 25 वर्षो के लिए है। जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया कि रीवा जिले में स्थापित होने वाली 750 मेगावट की सौर विद्युत परियोजना की तीन इकाइयां विकसित हो रही हैं और प्रत्येक इकाई की उत्पादन क्षमता 250 मेगावाट होगी। इस परियोजना की प्रत्येक इकाई से बिजली क्रय करने के लिए दोनों पक्षों के बीच करार हुआ।
राज्य के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव और डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंग सिह द्वारा हस्ताक्षरित करार के अनुसार डीएमआरसी प्रतिवर्ष प्रत्येक इकाई से कम से कम 121 मिलियन यूनिट बिजली खरीदने के लिए प्रतिबद्घ होगा। इस प्रकार डीएमआरसी तीनों विकासत इकाइयों से प्रतिवर्ष 363 मिलियन यूनिट बिजली खरीदेगा। इस समझौते के तहत तय समय में डीएमआरसी 150 मेगावट बिजली का उपयोग करेगा।
प्रस्तावित बिजली की दर निविदा एवं नीलामी प्रक्रिया द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। प्रस्तावित बिजली की दर पहले अनुबंध वर्ष पर लागू होगी। इसके बाद हर साल विद्युत दर में पांच पैसे की वृद्घि होगी, जो 15वें साल के अंत तक जारी रहेगी। लेकिन बिजली दर पांच रुपये 43 पैसे से अधिक होने पर डीएमआरसी को यह अधिकार रहेगा कि वह इस बिजली खरीद समझौते को लागू नहीं नहीं करे।ज्ञात हो कि रीवा में 750 मेगावट क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगाया जा रहा है। इसके लिये रीवा अल्ट्रा मेगा सौर लिमिटेड का गठन किया गया है।