रायपुर। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई है।

उन्होंने बलरामपुर कलेक्टर-एसपी को लेकर तल्ख टिप्पणी करते हुए अमर्यादित बयान दिया है। उन्होंने ने कहा कि विधायक बृहस्पति सिंह के इशारों पर बलरामपुर में प्रशासनिक अधिकारी नंगा नाच कर रहे हैं। नेताम ने कहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो उन्हें जूते की माला पहनाई जाएगी। उन्होंने यहा तक कह दिया कि पुलिस अधीक्षक विधायक के गुलाम बन गए हैं। विधायक के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस झूठे केस दर्ज कर रही है।

  पत्रकारों ने जब उनसे बलरामपुर में कानून व्यवस्था पर सवाल किया था, तब सांसद का यह बयान सामने आया है। सांसद नेताम ने कहा कि कलेक्टर-एसपी अपनी पद की गरिमा का ध्यान रखें। ये प्रशासनिक स्तर पर सबसे बड़ा पद है। ऐसे में जनता के साथ कैसे न्याय होगा।  इस दौरान नेताम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सीएम भी लंगूर विधायक से बचकर रहें। नेताम ने कहा पुलिस का काम स्वतंत्र होता है, लेकिन पुलिस विभाग कांग्रेस के दबाव में है। उन्होंने कहा कि हम इसकी ऊपर तक शिकायत करेंगे और जनता तक ले जाएंगे। शिकायत किया भी हूं, जिस पर अनुसूचित जनजाति आयोग ने नोटिस जारी किया है।    प्रेसवार्ता में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम बेहद सख्त तेवर में दिखे। उन्होंने ने कहा कि बलरामपुर में एसपी, थानेदार की जरूरत अब नहीं रह गई है। थाना कांग्रेस के नेता चला रहे हैं। प्रदेश में नदी, जंगल का अस्तित्व खतरे में है। अब ज्यादा दिन अन्याय नहीं चलने वाला। उन्होंने कहा कि पुलिस के संरक्षण में माफिया तस्करी कर रहे हैं और आवाज उठाने पर झूठी एफआईआर कराई जा रही है। बलरामपुर जिले में नक्सलियों की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पुलिस इस पर रोक लगाने की बजाय चापलूसी करने और अधिकारी-नेताओं को खुश करने में लगे हैं।