सीहोर ।  तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हैलिकाप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के साथ उनके पीएसओ (पर्सनल सिक्‍युरिटी आफिसर) जितेंद्र वर्मा का भी दुघद निधन हो गया था।

सीहोर की इछावर तहसील के ग्राम धामंदा निवासी जितेंद्र के निधन की सूचना के बाद से ही गांव में मातम का माहौल है। गुरुवार सुबह से ही जनप्रतिनिधियों का उनके घर पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।

दोपहर में सेना की टीम भी शहीद जितेंद्र के घर पहुंची और जांच के लिए उनकी मां का डीएनए सैंपल लिया। इसके बाद टीम वहां से वापस दिल्‍ली के लिए रवाना हो गई। बताया जा रहा है कि शहीद जितेंद्र की पार्थिव देह को आज  हेलिकॉप्‍टर के जरिए लाया जाएगा। उनके अंतिम संस्‍कार में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह और गृहमंत्री डॉ नरोत्‍तम मिश्रा भी शामिल हो सकते हैं। प्रशासन द्वारा शहीद जवान के अंतिम संस्‍कार के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। जवान के घर के आसपास हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है और विश्राम घाट तक पक्‍की सड़क का निर्माण कराया जा रहा है।

जितेंद्र के चाचा ने चर्चा के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जितेंद्र की पत्नी से बात करने के लिए दो बार फोन पर संपर्क किया, लेकिन पत्नी सुनीता का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण बात नहीं हो सकी। हालांकि उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। जितेंद्र सेना का लिए समर्पित था, वहीं अपने बेटे को भी पढ़ा लिखाकर देश सेवा में भेजना चाहता था। वह 15 दिन पहले ही ड्यूटी पर गया था, उसने मंगलवार को ही घर पर सबसे बात की थी। पिछले 2011 से वह देश सेवा के लिए काम कर रहा था, परिवार की भी उसे हरदम चिंता रहती थी। उसने घर बनाने से लेकर खेती के लिए ट्रैक्टर भी दीपावली पर खरीदा था, वहीं जितेंद्र के पिता से जब बात करना चाही तो निराशा के भाव व बेटे को खोने के गम के चलते कुछ भी बात नहीं कर सके।