भोपाल । मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक गणेश शंकर मिश्रा ने कहा कि ‘‘समाधान योजना’’ के बिल घर-घर जाकर वितरित कराये जायें। उन्होंने स्पष्ट किया कि उपभोक्ता सेवाएँ पारदर्शी के साथ प्रभावी होनी चाहिए। नये कनेक्शन, औपचारिकता पूरी होने पर 7 दिवस के अंदर हर हाल में मिल जाना चाहिए। ऐसे मीटर रीडर जो मीटर रीडिंग में त्रुटि करते हैं, जिनके कारण उपभोक्ता को गलत बिल मिलने से कंपनी की छवि प्रभावित होती है, उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। प्रबंध संचालक मिश्रा ने यह बात समीक्षा बैठक में ग्वालियर एवं भोपाल रीजन के महाप्रबंधकों से कही।

समीक्षा बैठक में पुनरीक्षित बिलों के प्रकरण में जाँच के दौरान उप महाप्रबंधक अरूण शर्मा को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है। उप महाप्रबंधक राहुल साहू, प्रबंधक सी.पी. शर्मा और गौतम कुमार की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिये गए। महाप्रबंधक शहर वृत्त ग्वालियर के विरूद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक मिश्रा ने कहा कि राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए माह के शुरू से ही बकायादार उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने की प्रभावी कार्यवाही की जाए। जो उपभोक्ता समय पर बिल का भुगतान नहीं करते हैं, उनके कनेक्शन अस्थायी रूप से काटे जाएँ। दो माह का मौका देने के बाद भी उपभोक्ता देयक जमा नहीं करते हैं, तो उनके कनेक्शन को स्थायी रूप से काटने एवं वसूली के लिए कुर्की की कार्यवाही की जाए एवं बकाया राशि वसूली जाए।

प्रबंध संचालक ने स्पष्ट किया कि उपलब्ध संसाधनों में ही बेहतर परिणाम देने के लिए कंपनी के अधिकारियों को अपना मानस बना लेना चाहिए। बिजली बिल उपभोक्ताओं को जारी होने से पूर्व चेक कर लिए जाएँ, जिससे त्रुटिपूर्ण बिल उपभोक्ता तक न पहुँचे।