भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में किसान धनराज मीणा की पत्नी संगीता मीणा ने अपने बॉयफ्रेंड आशीष पांडे के साथ मिलकर पति धनराज मीणा की हत्या की और उसकी डेड बॉडी को कार में लेकर पुलिस थाने पहुंच गई।
बताया गया जहां धनराज शिफ्ट होने वाला था वहां उसके अन्य रिश्तेदार भी रहते हैं। जिससे पत्नी को लगा कि अब वे कभी अकेले में प्रेमी से नहीं मिल पाएहीगे। इसलिए उसे रास्ते से हटा दिया। बता दें, मूलत: सीहोर के रहने वाले धनराज मीणा की सोमवार रात उनकी पत्नी संगीता ने अपने प्रेमी आशीष पाण्डेय के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को करीब पांच घंटे तक आरोपी धनराज के शव को कार में लेकर घूमते रहे। इसके बाद दोपहर में शव को कटारा हिल्स थाने लेकर पहुंचे। संगीता ने पुलिस को बताया कि उसने पति की हत्या कर दी है। लाश कार की डिक्की में रखी है।
शराब के नशे में मारपीट करता था
पुलिस पूछताछ में आरोपी संगीता ने बताया कि पति शराब के नशे में अकसर उसके साथ बदसलूकी और मारपीट करता था। यह व्यथा वह आशीष से शेयर करती थी। आशीष ने हमदर्दी जताई तो उससे दोस्ती हो गई और उनके बीच प्रेम प्रसंग हो गया। यह बात धनराज को पता लग चुकी थी।
पहचान मिटाने के लिए सिर, चेहरे पर ताबड़तोड़ हमले किए
धनराज मीणा की पहचान मिटाने के लिए पत्नी संगीता और प्रेमी आशीष पांडे ने हथौड़े व डंडे से सिर पर ताबड़तोड़ वार किए थे, जिससे उसका चेहरा बिगड़ गया था। आरोपी कार की डिग्गी में बोरे में लाश लेकर करीब 20 किमी दूर कोलार इलाके में पहुंचे। मृतक के गले पर निशान मिले हैं। जिससे पुलिस ने संभावना जताई है कि उसका गला भी घोंटा गया होगा। हालांकि इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट आने पर होगी।
यह था मामला
मूलत: सीहोर के रहने वाले धनराज मीणा (39) खेती किसानी के साथ हर्डीकल्चर के उपयोग में आने वाले पाइप का व्यापार करते थे। वह वर्ष 2014 से कटारा हिल्स इलाके में सागर गोल्डन पार्क में पत्नी संगीता, बेटे आयुष और बेटी के साथ रहते थे। उनके पड़ोस में नेट लिंक साफ्टवेयर कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर आशीष पाण्डेय रहता है। पड़ोसी होने के चलते दोनों परिवार के बीच दोस्ती हो गई। आशीष उनके घर आने-जाने लगा।
माहभर पहले धनराज मीणा ने पत्नी व आशीष को घर में संदिग्ध अवस्था में देख लिया था। इसके बाद से वह पत्नी पर संदेह करने लगा। इसी को पति-पत्नी में आए रोज विवाद होता था। आशीष से भी धनराज का बोलचाल बंद हो गया। आशीष ने धनराज को रास्ते से हटाने के लिए उसकी पत्नी के साथ मिलकर प्लान बनाया। प्लान के अनुसार सोमवार को आशीष ने संगीता को नींद की 20 गोलियां दी। रात में धनराज घर पहुंचे। तभी पत्नी ने कोरोना का डर बताकर उन्हें काढ़ा पीने के लिए दिया। काढ़ा में संगीता ने 10 गोलियां मिला दी थी। काढ़ा पीने के बाद धनराज सो गए। तभी संगीता ने आशीष को बुला लिया।
इसके बाद हथौड़ी से सिर पर हमला कर धनराज की हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में भरकर आशीष ने अपनी कार की डिक्की में रख दिया। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे दोनों शव को ठिकाने लगाने के लिए निकले। वह बायपास से होते हुए कोलार डैम की तरफ गए। इसी बीच आरोपियों को लगा कि पुलिस उन्हें पकड़ ही लेगी। इससे अच्छा है कि खुद की थाने चलकर गुनाह कबूल लेते हैं। दोपहर करीब डेढ़ बजे आशीष और संगीता कार में शव रखकर कटारा हिल्स थाने पहुंचे। संगीता बोली कि पति की उसने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी है। शव कार में रखा है। पुलिस यह सुनकर दंग रह गई।