धार । धार जिले के एमपी एग्रो में पदस्थ प्रबंधक रमेश चंद्र रूपरिया की 52 बीघा जमीन की तलाश में ईओडब्ल्यू की टीम है। वहीं रूपरिया ने दो बैंक लॉकर्स भी अभी खोले जाने बाकी है।
इनमें जेवर रखे होने की जानकारी मिली है। बाकी उनके सभी 6 ठीकानों पर छापे की कार्यवाही पूरी हो चुकी है। ईओडब्ल्यू की टीम देर रात में इंदौर पहुंच गई थी। ये टीम आज अपनी पूरी डिटेल्स अफसरों के सामने प्रस्तुत करेंगी।
रूपरिया के यहां छापे में दो बैंक लॉकर की जानकारी भी ईओडब्ल्यू को मिली है। एक बैंक लॉकर भोपाल में हैं जबकि दूसरा बैंक लॉकर धार में हैं। दोनों लॉकर्स को सोमवार या मंगलवार को खोला जा सकता है।
आशंका है कि इन दोनों लॉकर्स में जेवर रखे हो सकते हैं। वहीं ईओडब्ल्यू को यह भी पता चला है कि रूपरिया और उसके परिजनों के पास 52 बीघा जमीन भी हैं, जिसमें कागजात ईओडब्ल्यू को छापे में नहीं मिले हैं। अब ईओडब्ल्यू की टीम उनकी यह जमीन तलाश कर रही है।
धार जिले में पदस्थ एमपी एग्रो के प्रबंधक रमेश चंद्र रूपरिया के खिलाफ एक मामले की जांच में यह पाया गया कि उनके पास आय से अधिक सम्पत्ति है।
जिस के आधार पर धार स्थित दफ्तर सहित इंदौर, भोपाल और शाजापुर जिले के मोहन बड़ोदिया के ठिकानों पर छापा डाला था। छापे में करीब ढाई करोड़ रुपए की सम्पत्ति होने का खुलासा हुआ था। वहीं करीब 40 लाख रुपए के जेवर और जमीनों के दस्तावेज मिले थे।