भोपाल ! 12वीं का परीक्षा परिणाम खुशियों के साथ-साथ कई परिवारों में मातम पसरा गया। चूंकि प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर 5 विद्यार्थियों ने फेल होने या पूरक आने से दुखी होकर खुद की जिंदगी खत्म कर ली। इनमें से एक छात्रा भी है, जिसने खुद को आग के हवाले कर दिया।
पहली घटना: भोपाल के राजीव नगर में रहने वाले रवि कुमार पुत्र बसंत कुमार उम्र 18 वर्ष 12वीं में फेल हो गया था। गुरुवार को अपना परिणाम देखने के बाद से वो घर नहीं लौटा था। शुक्रवार सुबह वह पड़ोसी की झुग्गी में फांसी पर लटका मिला। उसके पिता हम्माल हैं।
दूसरी घटना: सीहोर जिले की आष्टा तहसील के गांव खजूरिया जावर के रहने वाले 18 वर्षीय पवन पुत्र चंदर सिंह मालवीय ने 12वीं में पूरक आने पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। वह मजदूरी करके अपनी पढ़ाई कर रहा था। गुरुवार को उसने इंटरनेट पर अपना परिणाम देखा, तो पूरक पाकर वह दु:खी हो गया। वह पहले घर आया और उसके बाद खेत पर चला गया। वहां उसने रस्सी से बंधे जानवरों को खोल दिया और फिर उसी रस्सी से आम के पेड़ पर लटककर जान दे दी। घटना की जानकारी गुरुवार रात करीब 11 पता चली। बताया गया है, कि पवन पिछले साल भी फेल हो गया था।
तीसरी घटना: टीकमगढ़ से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित गांव मिनौर की रहने वाली 17 वर्षीय ज्योति पुत्री राजाराम अहिरवार ने भी इस साल 12वीं की परीक्षा दी थी। गुरुवार को जब उसने अपना परिणाम देखा, तो वो दो विषयों विज्ञान और भौतिक शास्त्र में फेल हो गई थी। इससे आहत होकर उसने शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे खुद पर मिट्टी का तेल छिडक़र आग लगा ली। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे झांसी (उप्र) रेफर किया गया है। वहां उसकी मौत हो गई।
चौथी घटना: बैतूल जिले के हमलापुर में एक छात्रा ने गुरुवार को परिणाम घोषित होने के एक घंटे बाद घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया गया है, कि धार जिले मनवर तहसील के गांव उमरवन की रहने वाली पिंकी पिता गलसिंह बुंदेला उम्र 20 वर्ष हमलापुर सुभाष वार्ड में मौसा मंगेश बुंदेला के पास रहती थी। उसने इस साल स्वाध्यायी छात्रा के तौर पर कक्षा 12 वीं की परीक्षा दी थी। गुरुवार को परिणाम घोषित होने के एक घंटे बाद उसने घर में ही फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। छात्रा ने जिस समय घर में फांसी लगाई, उस समय घर में कोई नहीं था। परिवार के सदस्यों को घर पहुंचने पर पिंकी के फांसी का पता चला, तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने छात्रा को उतार कर जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को छात्रा के माता-पिता के बैतूल आने पर पोस्टमार्टम हुआ।
पांचवीं घटना: सतना जिले के ताला थानांतर्गत गांव देऊ के रहने वाले अनिल पटेल उम्र 18 वर्ष को गुरुवार शाम परीक्षा परिणाम देखने के बाद पता चला कि उसकी पूरक आई है। इस पर वह परेशान हो गया और अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर खेत पर पहुंचा और जहर खा लिया। वहां से करीब तीन घंटे बाद अनिल घर लौटा और अपनी भाभी को यह बात बताई। उसे फौरन रीवा जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। शुक्रवार सुबह उसका पोस्टमार्टम हुआ।