नई दिल्ली। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर भारत में पूर्व निर्धारित अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाओं पर पड़ा है। पहले सरकार की तरफ से बताया गया था कि एक फैसले में तय किया गया है कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू किया जाएगा। लेकिन अब इस फैसले को टाल दिया गया है। यानी अब भारत में 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नहीं हो पाएंगी। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन की तरफ से कहा गया है कि वो अपने पूर्व के फैसले की समीक्षा करेगा।
दक्षिण अफ्रीकी देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत औऱ ब्रिटेन-बेल्जियम समेत कई देशों में यह वायरस पहुंच जाने के बाद भारत सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। डीजीसीए ने कहा कि वह कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के उभार को देखते हुए स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है। डीजीसीए ने कहा कि वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री एयरलाइन सेवाओं को फिर से शुरू करने की तारीख पर अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार करेगा उसने 15 दिसंबर से विदेशी उड़ानों को पूरी तरह फिर शुरू करने के फैसले की समीक्षा करने का फैसला किया है।इससे पहले गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याम मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श के बाद भारत सरकार ने 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल उड़ाने शुरू करने का फैसला लिया था। पिछले साल कोरोना के चलते 23 मार्च को देश में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन बंद कर दिया गया था। हालांकि इसके बाद समय-समय पर कई देशों के साथ सीमित हवाई सेवा शुरू की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को ओमिक्रॉन को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इसमें 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के फैसले की समीक्षा करने के लिए कहा गया था। पीएम ने विदेश से आने वाले लोगों की सख्त निगरानी करने की बात भी कही थी। इसी बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने तांडव मचा दिया है्। कई देशों में इस खतरनाक वैरिएंट को लेकर गाइडलाइंस बना दी गई हैं, वहीं कई जगह इसे लेकर ऐहतियात बरती जा रही है। वैरिएंट को WHO ने पहले ही ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’, यानि चिंताजनक घोषित किया है। इससे पहले कनिष्ठ उड्डयन मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने सोमवार को कहा था कि अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानों को फिर से शुरू करने के लिए जनता का जबरदस्त दबाव है। उन्होंने कहा था कि ‘हम पर अंतरराष्ट्रीय निर्धारित उड़ानें शुरू करने के लिए जनता का जबरदस्त दबाव है। हम सभी प्रोटोकॉल और सावधानी बरत रहे हैं। बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति, विशेष रूप से पर्यटकों की हवाई अड्डे पर जांच और परीक्षण किया जा रहा है। परिणामों की जांच करने के बाद ही, उन्हें अनुमति दी जा रही है।