भोपाल ।  Madhya Pradesh Board of Secondary Education (माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश) ने सब कुछ खाते हुए अचानक कक्षा 10वीं हाई स्कूल एवं कक्षा बारहवीं हाई स्कूल की परीक्षा की तारीख घोषित कर दी। शुरुआत में तो स्टूडेंट्स कंफ्यूज रहे। बोर्ड द्वारा जारी पत्र को गलत माना गया लेकिन जब स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आधिकारिक रूप से प्रेस को सूचित किया गया, तब स्थिति स्पष्ट हुई।

दरअसल, माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश के मैनेजमेंट का मानना है कि मार्च के महीने में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने लगेगा। इससे पहले कि कोई अप्रिय स्थिति उपस्थित हो, मार्च के महीने में परीक्षाएं संपन्न कराना उचित है। हालांकि इस धारणा के पीछे कोई स्पेशलिस्ट कमेंट नहीं है। मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग से इस बारे में कोई अभिमत नहीं लिया, लेकिन निर्णय ले लिया है।

एमपी एजुकेशन बोर्ड की तरफ से आधिकारिक तौर पर नहीं बताया गया है परंतु माना जा रहा है कि MP BOARD के सिस्टम को CBSE के जैसा बनाने की कोशिश में यह फैसला लिया गया है। सीबीएससी के प्रैक्टिकल एग्जाम फरवरी के महीने में होते हैं और रिटन एग्जाम मार्च के महीने में संपन्न किए जाते हैं। शायद यही फार्मूला कॉपी पेस्ट किया गया है। वैसे बोर्ड के इस डेट चेंज के कारण स्टूडेंट्स को ज्यादा प्रॉब्लम नहीं आएगी क्योंकि 40% क्वेश्चन ऑब्जेक्टिव टाइप रहेंगे।

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