मुंबई । सब्यसाची के मंगलसूत्र के विज्ञापन पर विवाद बढ़ गया है। दरअसल इस विज्ञापन पर हिंदू धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगे हैं। जिस पर लोगों की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। वहीं अब BJP के कानूनी सलाहकार ने मंगलसूत्र एड पर सब्यसाची को कानूनी नोटिस जारी कर दिया है।
भाजपा के कानूनी सलाहकार ने फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी को मंगलसूत्र संग्रह विज्ञापन के लिए “अर्ध-नग्न मॉडल” का उपयोग करने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए कानूनी नोटिस जारी किया गया है। भाजपा-महाराष्ट्र पालघर जिले के कानूनी सलाहकार एडवोकेट आशुतोष दुबे ने अपने नोटिस में कहा कि विज्ञापन पूरे हिंदू समुदाय के साथ-साथ हिंदू विवाह के लिए पूरी तरह से अपमानजनक है और 15 दिनों के भीतर विज्ञापन को बंद करना चाहिए अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जारी नोटिस में कहा गया है कि आपके प्रचार सोशल मीडिया पोस्ट में मॉडल अकेले या दूसरों के साथ अंतरंग स्थिति में हैं। एक तस्वीर में एक महिला मॉडल एक काले रंग की चोली और सब्यसाची के मंगलसूत्र पहने हुए दिखाई दे रही है, उसका सिर एक शर्टलेस पुरुष मॉडल पर टिका हुआ है, जो पूरी तरह से अपमानजनक है। यह विज्ञापन पूरे हिंदू समुदाय के साथ-साथ हिंदू विवाह पर कटाक्ष है।
BJP के कानूनी सलाहकार ने नोटिस में आगे कहा कि मंगलसूत्र इस बात का प्रतीक है कि दूल्हा और दुल्हन तब तक जीवन भर साथ रहेंगे जब तक कि मौत उन्हें अलग नहीं कर देती है और आप “मंगलसूत्र” को अश्लील तरीके से प्रदर्शित कर रहे हैं, यह अपमानजनक और निराधार है।
BJP के कानूनी सलाहकार ने कहा है कि “मंगलसूत्र विज्ञापन के लिए अर्ध-नग्न मॉडल” का उपयोग किया है, यह हिंदू विवाह की भावनाओं के लिए अपमानजनक है क्योंकि मंगलसूत्र शब्द दो शब्दों मंगल और सूत्र का संयोजन है। मंगल शब्द का अर्थ है शुभ और सूत्र का अर्थ है धागा। एक साथ मंगलसूत्र का अर्थ है आत्माओं को एकजुट करने वाला एक शुभ धागा और दूल्हा अपने पवित्र विवाह के दिन दुल्हन के गले में शुभ धागा बांधता है क्योंकि उनका रिश्ता धागे के समान शुभ होगा।
उन्होंने आगे कहा कि एक ‘मंगलसूत्र’ शादी का प्रतीक है और पत्नी इसे जीवन भर पहनने के लिए होती है। जो पति और पत्नी के एक-दूसरे के प्रति प्यार और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जबकि विज्ञापन अभियान में इसे अर्ध-नग्न जोड़े को प्रदर्शित किया है। एक मंगलसूत्र विज्ञापन के लिए जो हिंदू विवाह को अपमानित कर रहा है। भारत में अधिकांश लोग मंगलसूत्र को एक धार्मिक प्रथा से जोड़ते हैं, इसके पीछे एक ठोस वैज्ञानिक औचित्य भी है।
हिंदू संस्कृति शुद्ध सोने से बना मंगलसूत्र पहनने पर जोर देती है और अक्सर यह सलाह दी जाती है कि मंगलसूत्र को इसके पीछे छिपाया जाना चाहिए। जबकि ऐड के इन तस्वीरों में मंगलसूत्र पहने हुए अंतरंग परिधान पहने मॉडल भी अपमानजनक हैं और यह धार्मिक भावनाओं को चोट पहुँचाने वाला भी है।
बता दें कि हाल ही में सब्यसाची ने अपना नया ज्वेलरी कलेक्शन लॉन्च किया है। इस सीरीज में उन्होने कुछ मंगलसूत्र की तस्वीरें और विज्ञापन जारी किया है। इसे उन्होने ‘इंटीमेट फाइन ज्वैलरी’ के नाम से इंट्रोड्यूस किया है। ये एक रॉयल बंगाल मंगलसूत्र है जिसमें बंगाल टाइगर आइकन, VVS हीरे और काले गोमेद हैं। डिजाइनर सब्यासाची ने इंस्टाग्राम पर अपने इस ज्वेलरी एड कैंपन ‘इंटिमेट फाइन ज्वैलरी’ की तस्वीरें शेयर की और इसी के बाद हंगामा मच गया। दरअसल, इस विज्ञापन में अलग-अलग मॉडल्स को मंगलसूत्र का प्रचार करते हुए दिखाया गया है जिसमें हेट्रोसेक्सुअल और सेम सेक्स कपल द रॉयल बंगाल मंगलसूत्र को पहने दिखाई दे रहे हैं। यह सब्यसाची के इंटीमेट ज्वैलरी कलेक्शन का ही पार्ट हैं।
इस ज्वेलरी कलेक्शन वाले विज्ञापन पर लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। विज्ञापन में मंगलसूत्र के साथ महिला सिर्फ ब्रा पहने हुए हैं और उसके साथ मेल मॉडल भी है। हालांकि इस कैंपेन में साड़ी पहने हुए मॉडल्स भी शामिल हैं लेकिन लोगों को इंटीमेंट सीन वाले विज्ञापनों पर आपत्ति है और इसी को लेकर विवाद उठ गया है।