ग्वालियर। MP के ग्वालियर में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग लगातार कोशिशों का दावा कर रहा है। लेकिन उसके विपरीत मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तक डेंगू के करीब 1200 मरीज हो चुके हैं। हाल यह है कि अस्पतालों में बिस्तर की कमी हो गई है। ग्वालियर के सीएमओ डॉ मनीष शर्मा ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “ग्वालियर में अब तक 1165 डेंगू के मामले आ चुके हैं। इनमें से सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों पर पड़ा है। करीब 60 फीसदी मरीज बच्चे हैं।” जिला अस्पताल में लगातार बेड की कमी है। अस्पताल प्रभारी डॉ आलोक पुरोहित ने कहा, “हम अपने पास मौजूद सभी बिस्तरों का उपयोग कर रहे हैं। इस वार्ड में हमारे पास 13 बेड हैं। यदि बाल रोगियों की संख्या बढ़ती है, तो हमारे पास एक बिस्तर पर 2 मरीजों को भर्ती करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। हमने 2 गंभीर बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया है। हमारे पास मेडिसिन विभाग में भी कई मरीज हैं।”
डेंगू के मामले भोपाल में भी लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को राजधानी में सात नए मरीज मिले। नए मरीजों के मिलने के बाद कुल मामलों की संख्या 542 हो गई। अधिकारियों का कहना है कि डेंगू के मरीज तो कम हो रहे हैं। लेकिन बीच-बीच में बारिश के कारण मच्छर बढ़ जा रहे हैं। डेंगू का लार्वा ज्यादातर रुके हुए पानी में पनपता है। बच्चों की स्किन नर्म होती है इसलिए ये मच्छर अपने डंक से उन्हें आसानी से शिकार बना लेते हैं। इसी वजह से डेंगू के मरीजों में बच्चों की संख्या ज्यादा है। डेंगू के लक्षणों में बुखार सबसे अहम है। अगर बच्चों को तेज बुखार आए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके साथ ही उन्हें खाने में तरल पदार्थ देना चाहिए।