सतना-भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि प्रदेश के अंदर 2003 से पहले कांग्रेस की सरकार थी। इनकी सरकार में घोर अंधकार था, पानी का संकट था, सड़कें थी नहीं। कांग्रेस के इन लुटेरे पहरेदारों ने प्रदेश का सर्वनाश करके रख दिया। लेकिन 2003 से 2018 तक भाजपा ने प्रदेश के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में 7 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई होती थी, लेकिन भाजपा ने इसे 47 लाख हेक्टेयर तक पहुंचा दिया है। कृषि मंत्री रैगांव विधानसभा में विजय संकल्प सभा एवं किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने सतना भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली।अब लोग मध्यप्रदेश की खेती-किसानी देखने आते हैं
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पानी और बिजली ने किसानों को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया। किसान डीजल इंजन चलाकर अपने खेतों में पानी देता था। पहले खेती की बात होती थी तो लोग कहते थे कि पंजाब, हरियाणा जाकर खेती देखो। वहां का किसान कितना सक्षम है, लेकिन अब लोग कहते हैं कि खेती-किसानी मध्यप्रदेश की देखनी चाहिए। यहां के किसान खेती-किसानी में नए-नए प्रयोग कर रहे हैं, नई-नई फसलें उगाकर अपनी आय को दोगुना कर रहे हैं। यह आमूलचूल परिवर्तन भारतीय जनता पार्टी की सरकार की ईमानदारी, उसकी दृष्टि, संवेदनशीलता का परिणाम है। तोमर ने कहा कि जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और हम विपक्ष में थे। उस समय प्रदेशभर में अंधेरा पसरा रहता था। हमने इस अंधेरे को मिटाने के लिए सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ी। भाजपा नहीं, तो विकास भी नहीं है तोमर ने कहा कि मैं देश के लिए तो कृषि मंत्री हूं, लेकिन मध्यप्रदेश के लिए मैं भाजपा का आम कार्यकर्ता हूं। युवा मोर्चा में काम के दौरान सतना में भी खूब प्रवास हुए। तभी से सतना की स्थिति को देखते हुए आ रहे हैं। तब यहां पर न तो सड़कें हुआ करती थीं, न शिक्षा के लिए बेहतर व्यवस्थाएं थीं। लेकिन अब सतना का चेहरा बदल गया है। उन्होंने कहा कि विकास के मामले में जब तक भाजपा है तब तक कोई कमी नहीं होगी, लेकिन भाजपा नहीं है तो विकास भी नहीं है।हर वर्ग के उत्थान के लिए किया काम केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि 2003 के बाद से 2018 तक भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, संबल योजना, गरीबों, किसानों, माता-बहनों, बुजुर्गो के लिए योजनाएं चलाईं, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में हमारी 4-5 सीटें कम हो गईं और कांग्रेस की सरकार बन गई। मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने किसानों की कर्जमाफी की फाइल साइन की, गांव-गांव में किसानों को कर्जमाफी के प्रमाण-पत्र बांट दिए, लेकिन आज तक किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ है। ईश्वर को भी ज्यादा दिन तक यह पापाचार मंजूर नहीं था और डेढ़ वर्ष के बाद प्रदेश से कांग्रेस की सरकार गिर गई।गरीबों-किसानों के लिए कोई कमी नहीं केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण देश-प्रदेश की सरकारों की आवक में कमी हुई, लेकिन खर्चों में कोई कमी नहीं हुई। इतनी तंगी में सरकार चलाने के बाद भी हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुंह से कभी नहीं सुना होगा कि गरीब और किसानों के लिए खजाने में पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सरकार में हैं तो गरीब और किसान के कारण और इनके लिए कहीं से भी कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज देशभर में किसानों को 6 हजार रूपए सालाना सम्मान निधि दी जा रही है, लेकिन मध्यप्रदेश इसमें भी आगे है। मुख्यमंत्री ने इस सम्मान निधि में 4 हजार रूपए बढ़ाकर इसे 10 हजार रूपए सालाना कर दिया।बदलेगी छोटे किसानों की तस्वीर-तकदीर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने छोटे किसानों की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिए देशभर में 10 हजार एफपीओ खोलने की योजना बनाई है। इसके लिए 300 किसानों का समूह होना चाहिए जिसमें छोटे किसान शामिल होना चाहिए। इन किसानों को विभिन्न योजनाओें के जरिए लाभ दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए एक लाख करोड़ रूपए का प्रबंध किया है। कृषि मंत्रालय को अब तक 10 हजार करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देशभर में इस समय खाद की किल्लत चल रही है, लेकिन हमारी पूरी कोशिश है कि किसानों को खाद की कमी नहीं आनी दी जाएगी। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, रामखिलावन पटेल, बिसाहूलाल सिंह, सांसद गणेश सिंह, प्रदेश महामंत्री रणवीर सिंह रावत, शरतेंदु तिवारी, प्रदेश मंत्री राजेश पाण्डे, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।