मुरैना  । विश्व हिंदू परिषद की दुर्गावाहिनी-मातृशक्ति ने नवरात्र में शत्र पूजन करके महिला सशक्तिकरण का संदेश प्रसारित किया। सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित दिव्य और भव्य आयोजन में उपस्थित सभी महिलाओं ने भक्तिभाव के साथ दुर्गा चालीसा का पाठ भी किया
कार्यक्रम में पांचवीं वाहिनी के सेनानी की धर्मपत्नी शालिनी जैन मुख्यातिथि के रूप में पहुंचीं। इनके अतिरिक्त अर्चना सिकरवार, हेमलता राणा, मीना भट्ट, निधि गुप्ता, कृष्णा सोनी भी मंचासीन थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता मातृशक्ति की जिला संयोजिका भावना जैन ने की। सबसे पहले मंचासीन महिलाओं ने दीप प्रज्ज्वलन किया। इसके बाद ओमकार मंत्र तथा श्रीराम नाम का जाप किया गया।

मातृशक्ति की जिला संयोजिका भावना जैन द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया और कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। पश्चात बालिका वैष्णव सिकरवार और शैव सिकरवार ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। डॉ. रामकुमार सिंह सिकरवार और मयंक शर्मा ने माता के भजन गाये। इसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित लगभग पौन सैकड़ा महिलाओं ने एक साथ दुर्गा चालीसा का पाठ किया। दुर्गा चालीसा पाठ के बाद मंचासीन महिलाओं ने मंत्रोच्चार के बीच शत्रों की पूजा की।

 इसी बीच मातृशक्ति की पदाधिकारियों ने शिक्षाविद डॉ. रामकुमार सिंह को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया तो गणेश वंदना प्रस्तुत करने वाली उनकी बेटियों को उपहार दिये। अंत में सभी को प्रसाद वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मातृशक्ति की सह-संयोजिका सरिता गोयल ने किया और आभार प्रदर्शन सोनी तोमर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अग्रवाल महिला मंडल की पूर्व अध्यक्ष भारती मोदी, वैश्य महासम्मेलन की नीता बंदिल, वीणा गुप्ता, जैन मिलन की रजनी जैन, बबिता जैन सहित कई गणमान्य महिलाओं ने भागीदारी की।

…..युग युग से दुख सहा, नहीं कुछ कहा…
मातृशक्ति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण की बातें भी हुईं। मातृशक्ति की जिला संयोजिका भावना जैन ने ’युग-युग से दुख सहा, नहीं कुछ कहा, मगर अब सहेगी नहीं’ गीत गाकर महिलाओं का साहस बढ़ाया। वहीं मुख्य अतिथि व अन्य ने भी समाज में महिलाओं की स्थिति का उल्लेख करते हुए, उन्हें सबल बनाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि भारत की महिला मानसिक और शारिरिक रूप से हमेशा सबल रही है, बस उन्हें सामाजिक तौर पर मजबूत बनाये जाने की आवश्यकता है।

…..अंत मे किया सामूहिक गरबा नृत्य
लाल परिधान पहनकर कार्यक्रम में भागीदारी करने वाली सभी महिलाओं ने अंत मे सामूहिक रूप से गरबा नृत्य किया तो कार्यक्रम स्थल पर अनूठी छटा बिखर उठी। गरबा के लिए जैन मिलन बालिका मंडल की सदस्य विशेष तैयारी करके आयी थीं। मयंक शर्मा के निर्देशन में सभी बालिकाओं के साथ महिलाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ गरबा नृत्य किया। इस विशेष आयोजन में भागीदारी करने वाली सभी महिलाओं का कहना था कि धर्म और संस्कृति को समृद्ध बनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिए।

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