रायपुर। सुराना भवन छोटापारा में रविवार को आचार्यश्री रामेश के आज्ञानुवर्ती शासनदीपक संत हेमंतमुनि ने धर्मसभा में संत हेमंतमुनि ने कहा, भगवान महावीर के उपदेशों और उद्देश्यों का पठन और श्रवण कर भव्य आत्माओं ने जीवन को सुधार लिया। इससे उनका कल्याण हुआ और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई। भगवान के उपदेशों से उन आत्माओं को जन्म-मरण के चक्र से सदा के लिए मुक्ति मिल गई।
रविवार को संत हेमंतमुनि और सौरभमुनि के दर्शनार्थ अहिवारा निवासी मुमुक्षु रोशनी बाफना परिजनों सहित पहुंची। उन्होंने सांसारिक पिता चंपालाल बाफना, भाभी तानू बाफना और बहन अनिता-नेहा बाफना के साथ मुनिश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुमुक्षु रोशनी बाफना भगवान महावीर के शासन के 82वें पट्टधर आचार्यश्री रामलाल म.सा. के सानिध्य में उनकी प्रेरणा से दीक्षा लेने का संकल्प लिया। मुनिश्री ने कहा, जीरो से हीरो वही बनता है जो अपने जीवन को परमात्मा बनाने में लगा देता है। 28 अक्टूबर को ब्यावर में रोशनी बाफना आचार्यश्री रामलाल म.सा. से दीक्षा ग्रहण कर पंच महाव्रतों को धारण करेंगी।
संत सौरभमुनि ने कहा, हमारा जीवन असंयमित चल रहा है। उसे जो संयमित कर ले उसका जीवन सफल हो जाता है। मुमुक्ष रोशनी बाफना ने अपने जीवन की राह को पहचान लिया और अपने जीवन को सफल करने के लिए इस श्रेष्ठ मार्ग को चुन लिया। संघ के महामंत्री संतोष खटोर ने बताया, श्रीसाधुमार्गी जैन संघ की रविवार को समता शाखा हुई। यहां पर आचार्यश्री रामेश के चिंतामणियों का पठन किया गया। मुमुक्षु बहन रोशनी बाफना का अभिनंदन भी संघ के सदस्यों ने किया। इस दौरान संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सुराना, महामंत्री संतोष खटोर, विनय दुग्गड़, मोहन बाफना, इंदरचंद लोढ़ा, घीसीबाई आछा, उषा पारख, प्रिती सुराना, संध्या धाड़ीवाल, आदित्यवर्धन सुराना, अजय रायसोनी और प्रतीक देशलहरा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कन्हैया लूनावत ने किया।