ग्वालियर। ज्यादातर मामलों में सौतेली मां का अत्याचार करती है और बच्चे प्रताड़ना सहन करते हैं परंतु इस मामले में उल्टा हुआ है। 14 साल की लड़की नहीं अपनी सौतेली मां की हत्या करने के लिए रात में सोते समय उसकी गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। निशाना थोड़ा चूक गया, सौतेली मां घायल हुई लेकिन उसकी मृत्यु नहीं हुई। इस कहानी में दूसरा चौंकाने वाला बिंदु यह है कि सौतेली मां ने हमला करने वाली बेटी को बचाया और पुलिस के सामने देवरानी का नाम ले दिया।

जनकगंज के कमानी पुल पर रहने वाली 35 वर्षीय महिला मीना पत्नी मोनू दो दिन पहले रात करीब 1 बजे जख्मी हालत में थाने आई थी। उसके गले में चाकू का घाव दिखाई दे रहा था। पुलिस ने घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया। ICU में इलाज के दौरान घायल महिला ने बताया कि उसने अपनी देवरानी मनीषा को भागते हुए देखा है। इसके बाद वह बेहोश हो गई। पुलिस ने महिला की देवरानी मनीषा को हत्या के प्रयास के मामले में हिरासत में ले लिया। 

इन्वेस्टिगेशन के दौरान मनीषा बार-बार खुद को निर्दोष बताती रही। वह यह भी नहीं समझ पा रही थी कि उसकी जेठानी ने उसका नाम क्यों लिया। जबकि दोनों के बीच कोई लड़ाई नहीं है। जब पुलिस को यह विश्वास हो गया कि मनीषा सच बोल रही है तब पूरी कहानी पता करने के लिए पुलिस ने घायल महिला मीना के पति से पूछताछ की। कुछ ही देर में मीना के पति ने सब कुछ सच-सच बता दिया। उसने बताया कि हमला मनीषा में नहीं बल्कि उसकी बेटी ने किया है।

मोनू ने बताया कि उसकी 14 साल की बेटी अपनी सौतेली मां को बिल्कुल पसंद नहीं करती थी। घटना वाले दिन मीना ने बेटी को फोन पर किसी से बात करते हुए देख लिया था। मीना ने उसे टोका तो वह गुस्सा हो गई। बाजार से ₹30 का चाकू खरीद कर लाई और रात में जब दोनों सो रहे थे तब अपनी सौतेली मां की गर्दन काट दी। वह तो अच्छा हुआ कि हमला कमजोर था। मीना की मृत्यु नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि जब लड़की से पूछताछ की तो उसने भी यही कहानी बताई और अपराध करना स्वीकार कर लिया।

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