मुरैना के बानमोर में उत्तरप्रदेश की पुलिस के साथ बड़ा हादसा हो गया। उनकी गाड़ी ट्रक में पीछे से घुस गई, जिसमें मौके पर ही तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल एक कॉन्स्टेबल और ड्राइवर को ग्वालियर रेफर किया गया। वहां ड्राइवर की मौत हो गई। पुलिसकर्मी अलीगढ़ के इगलासा थाने से ग्वालियर में चोरी केस के इन्वेस्टिगेशन के सिलसिले में जा रहे थे।पुलिस की टीम एसआई मनीष सिंह के नेतृत्व में ग्वालियर जा रही थी। आगे मनीष बैठे हुए थे, जबकि पीछे की सीट पर हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार, कॉन्स्टेबल पवन चाहर, कॉन्स्टेबल रामकुमार बैठे थे। गाड़ी को एक प्राइवेट ड्राइवर चला रहा था। रात साढ़े तीन बजे पुलिसकर्मी मुरैना पार करके बानमोर पहुंचे थे। उनकी कार के आगे एक डंपर चल रहा था। कार और ट्रक दोनों की स्पीड लगभग 60 किमी प्रति घंटा की थी। अचानक ट्रक के ड्राइवर ने ब्रेक लगा दिए। ब्रेक लगाते ही कार पीछे से ट्रक में जा घुसी। दुर्घटना में सब इंस्पेक्टर मनीष चौधरी निवासी गाजियाबाद, हेड कॉन्स्टेबल सुनील कुमार और कॉन्स्टेबल पवन चाहर निवासी आगरा की मौके पर ही मौत हो गई। आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायलों को बाहर निकाला। मौके पर पहुंची पुलिस ने ड्राइवर और सिपाही रामकुमार को ग्वालियर भेजा। जहां ड्राइवर की मौत हो गई। रामकुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है।घटना के बाद कार का एयरबैग नहीं खुला, इसकी वजह से आगे बैठे ड्राइवर और सब इंस्पेक्टर मनीष की मौत हो गई। मुरैना की बानमोर पुलिस को कार से दो पिस्टल और एक एसएलआर मिली है। बानमोर पुलिस उसे यूपी पुलिस को सौंप देगी। गंभीर रूप से घायल कॉन्स्टेबल रामकुमार के परिवार वाले ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल पहुंच गए। अलीगढ़ की पुलिस भी पहुंची। परिवार वाले रामकुमार को आगरा रैफर कराकर ले जाने की अनुमति मांगी। इस पर उन्हें ले जाने की अनुमति दे दी गई है।बानमौर थाना प्रभारी जोगेंद्र यादव ने कहा कि यूपी पुलिस की एक गाड़ी में ड्राइवर सहित पांच लोग सवार थे। मरने वालों में एक उपनिरीक्षक, प्रधान आरक्षक तथा आरक्षक शामिल हैं। एक आरक्षक का ग्वालियर में इलाज चल रहा है।