जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एक ही परिवार के 3 सदस्यों की मौत ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है। 24 घंटे के भीतर ही परिवार के तीनों सदस्यों की मौत हो गई है। फिलहाल मौत के लिए कारण बनी बीमारी का पता नहीं लगाया जा सका है। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दफनाए जा चुके शवों को कब्र से निकालकर उनको पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट मिलने के बाद सही बीमारी का पता लगाने के लिए जरूरी जांच करने की तैयारी की जा रही है। बीते सोमवार व मंगलवार को हुई मौतों के बाद शवों को कब्र से निकालने की कवायद की गई। जशपुर के पत्थलगांव क्षेत्र के वार्ड 14 महुआटिकरा निवासी नंदू सोनी के घर बीते 2 दिनों में 3 सदस्यों की मौत हो चुकी है। बीते सोमवार से मंगलवार की दोपहर तक ये मौतें अलग-अलग समय पर हुईं। सबसे पहले नंदू के पिता 70 वर्षीय रामप्रसाद सोनी की मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार कर परिवार लौटा तो उनकी 16 वर्षीय बड़ी बेटी पूजा सोनी की मौत हो गई। पूजा के अंतिम संस्कार के बाद उनकी छोटी बेटी 14 वर्षीय लक्ष्मी सोनी की भी मौत हो गई। एक-एक कर तीन मौतों के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मौतों का कारण जानने के लिए लक्ष्मी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जबकि दो अन्य मृतकों के शवों को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

बीएमओ डॉ जेम्स मिंज ने बताया कि वृद्ध को बुखार था और उनमें खून की भी कमी थी। 16 वर्षीया पूजा को भी परिजन काफी गंभीर स्थिति में अस्पताल लेकर आए थे लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। 14 वर्षीया लक्ष्मी को उन्होंने अस्पताल में दाखिल नहीं कराया था। परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ में लक्ष्मी को पीलिया और बुखार होने का पता चला है। लक्ष्मी का कोरोना और डेंगू का टेस्ट कराया गया है, जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई है। उसका पोस्टमार्टम भी कराया जा रहा है। दफनाए गए रामप्रसाद और पूजा के शव को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए बाहर निकाला गया है। इस बीच कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो परिवार में झाड़-फूंक कराया जा रहा था। बीएमओ डॉ मिंज का कहना है कि तीनों की मौत का कारण बीमारी ही है।

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