नई दिल्ली। यूपी विधानसभा अध्यक्ष व उन्नाव जिले से विधायक हृदय नारायण दीक्षित का महात्मा गांधी को लेकर अटपटा बयान सोशल मीडिया में चर्चा बना है। शनिवार को बांगरमऊ में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में उन्होंने पढ़ाई और महात्मा गांधी पर बोलते-बोलते अभिनेत्री राखी सावंत का नाम लेकर चुटकी ली। वहीं हृदय नारायण दीक्षित ने रविवार को महात्मा गांधी की ऐक्ट्रेस राखी सावंत से तुलना से संबंधित अपने बयान पर सफाई दी।
उन्होंने कहा कि उनकी उनके पूरे बयान को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है जबकि उन्होंने असल में महात्मा गांधी की तारीफ की थी। हृदय नारायण दीक्षित ने ट्वीट कर सफाई दी कि सोशल मीडिया पर कुछ मित्र मेरे भाषण के एक वीडियो के अंश को अन्यथा अर्थों के संकेत के साथ प्रसारित कर रहे हैं। यह उन्नाव के प्रबुद्ध सम्मेलन में मेरे भाषण का अंश है जिसमें मैंने कहीं भी महात्मा गांधी की तुलना रखी सावंत से नहीं की है।
प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने वक्ताओं द्वारा उन्हें लेखक, पढ़ने वाला और विद्वान व प्रबुद्ध बताए जाने के जवाब में कहा कि केवल पढ़ने या लिखने भर से महान नहीं बनता उसमें और भी तमाम गुण होते हैं। महात्मा गांधी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि गांधी जी अखबार पढ़ा करते थे, कम कपड़े पहनते थे, धोती ओढ़ते थे। गांधी जी को देश ने बापू कहा। उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कोई कपड़े उतार देने भर से महान बन जाता तो राखी सावंत महान बन जातीं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने बयान को लेकर उन्होंने फोन पर बताया कि वह बांगरमऊ के सम्मेलन में गए थे। वहां वक्ताओं ने उनकी तारीफ की। किसी ने विद्वान बताया तो किसी ने महान।
उसी के उत्तर में अपने भाषण में कहा था कि यह सही है कि हम लिखते हैं। लेकिन कोई लिखने भर से ही बड़ा या महान नहीं हो जाता है। इसी तरह महात्मा गांधी का उल्लेख किया। महात्मा गांधी को कोई देखे और सोचे कि कपड़े कम हैं इस आधार पर वह महान हैं, तो यह भी गलत है, उनमें तमाम और गुण हैं। इसी क्रम में हंसते हुए कह दिया कि कोई कपड़े उतारने के बाद राखी सावंत की तरह सोचे तो वह महान नहीं बन जाएगा।