मंदसौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर में आमजन के कार्यों को करने के बजाय रिश्वत के लिए परेशान करने के बढ़ते मामले उच्च अधिकारियों की अनदेखी से बढ़ रहे हैं। जनपद पंचायत गरोठ में लोकायुक्त उज्जैन टीम ने जनपद पंचायत में जनपद के पंचायत समन्यवक अधिकारी ओमप्रकाश राठौर को ग्राम पंचायत बर्रामा के सहायक सचिव दिनेश मीणा से ग्राम रामनगर में 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है।

शिकायतकर्ता दिनेश मीणा ने बताया कि बर्रामा पंचायत में नंदन फलोद्यान के मामले की शिकायत की जांच में जनपद समन्वयक ओमप्रकाश राठौर द्वारा गांव में ग्रामीणों से पूछताछ में कोई शिकायत सामने नहीं आई। जो जांच हुई उसको गोलमाल कर दबा दिया और जनपद अधिकारी ने दुबारा जांच के लिए मुझे फोन कर परेशान कर दबाव बनाया ओर डराया गया, फिर गांव में जाकर दुबारा जांच की और शिकायत बंद के लिए मुझसे 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई। मैंने मना किया तो बात 20 हजार रुपये में तय हुई। 4 सितंबर को 2 हजार दे दिए थे।

इसके बाद लोकायुक्त उज्जैन में 15 सितंबर को शिकायत की। उनके अनुसार मैंने तहसील परिसर स्थित मंशापूर्ण बालाजी मंदिर में समन्वय ओपी राठौर को बुलाकर 5 हजार रुपये दिए। रुपये लेते हुए लोकायुक्त टीम ने पकड़ा और कार्रवाई की गई। लोकायुक्त उज्जैन की टीम में डीएसपी वेदांत शर्मा ने धारा 7 में प्रकरण दर्ज कर रिश्वत के 5 हजार जब्त किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *