भोपाल। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ संगठन के प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के काम काज से खुश नहीं हैं। नाथ की मंशा अनुसार प्रदेश कांगे्रस के कुछ प्रकोष्ठ काम ही नहीं कर पा रहे हैं। अब एक महीने के भीतर इनके अध्यक्षों ने निचले स्तर तक प्रकोष्ठ के काम-काज को नहीं बढ़ाया तो कई अध्यक्षों की छुट्टी होना तय माना जा रहा है। कमलनाथ ने दो दिन पहले प्रदेश कांग्रेस के प्रकोष्ठों के अध्यक्षों और समन्वयकों की बैठक ली थी।
इस बैठक से पहले उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों के प्रकोष्ठों के काम काज की एक रिपोर्ट भी अपने पास बुला ली थी। कमलनाथ ने अपने स्तर पर बुलाई उस रिपोर्ट के हवाले से सभी को यह बता दिया कि जमीनी स्तर पर प्रकोष्ठों का काम ठीक नहीं चल रहा है। कुछ जिलों में तो प्रकोष्ठों की कोई गतिविधि कई सालों से नहीं हुई। जबकि इसके विपरित कई प्रकोष्ठ के अध्यक्षों ने कमलनाथ को अपना काम काज बढ़ा चढ़ाकर बताया। साथ ही भविष्य की कार्ययोजना, पार्टी को मजबूत कैसे किया जाए इसके टिप्स आदि तक दे दिए। सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों की सुनने के बाद कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले के साथ ही ब्लॉक स्तर तक प्रकोष्ठ की गतिविधियों में तेजी लाना है।
ऐसा माना जा रहा है कि कमलनाथ जल्द ही प्रकोष्ठ के अध्यक्षों को बदलने की तैयारी में हैं। ये वे प्रकोष्ठ हैं जिनके अध्यक्षों ने लंबे अरसे से भाजपा सरकार को घेरने के लिए कोई आंदोलन नहीं किया, न ही लोगों को जोड़ने का काम किया। ऐसे करीब आधा दर्जन प्रकोष्ठों के अध्यक्षों को बदला जा सकता है।