भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के इलाज की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित हो इसके लिए डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को ‘आयुष्मान भारत निरामय’ योजना में शामिल किया गया है। मेरी अपील है कि अधिक सावधानी रखें, मच्छरदानी का प्रयोग करें, अपने आसपास क्षेत्र में पानी जमा न होंने दें।
मुख्यमंत्री श्री Shivraj Singh Chouhan ने आज निवास पर वीसी के माध्यम से वैक्सीनेशन कार्य की समीक्षा बैठक और डेंगू, चिकनगुनिया के मामलों की ज़िलों के कलेक्टर्स के साथ चर्चा की व आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री Dr Prabhuram Choudhary एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों को डेंगू के रोगियों के उपचार हेतु जिला अस्पतालों में 10 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड सुनिश्चित करने, रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन करने, भारत सरकार की स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट अनुसार डेंगू का लाक्षणिक उपचार करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अतिरिक्त दल गठित कर रैपिड फीवर सर्वे एवं वेक्टर कंट्रोल गतिविधियां शुरू करने, प्रभावित क्षेत्र में वाहक मच्छरों की वृद्धि के स्रोत में कमी लाने हेतु प्रयास करने, 7 दिनों से अधिक समय तक किसी भी स्थान पर जलभराव न होना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों से कूलर, टंकी, खाली प्लाट, गड्डों इत्यादि की नियमित सफाई करने का आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों को मच्छर के लार्वा शून्य होने तक प्रभावित क्षेत्रों में एंटीलारवल गतिविधियां चालू रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लार्वा नियंत्रण हेतु टेमीफोस, बीटीआई जैसे एंटीलार्वल रसायन का उपयोग करने, फॉगिंग एवं छिड़काव हेतु पर्याप्त मात्रा में क्रियाशील कम्प्रेसर पंप, फॉगिंग मशीन इत्यादि की उपलब्धता के संबंध में निर्देश दिए।
प्रभावित क्षेत्रों में रसायन साइफेनोथ्रिन 5% द्वारा आउटडोर फॉगिंग कार्य करने, कीटनाशक पायरेथर्म 2% द्वारा डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास 400 मी. क्षेत्र में स्थित 50 घरों में स्पेस स्प्रे करने के निर्देश भी दिये गए हैं।