इंदौर। लोकायुक्त पुलिस इंदौर टीम ने आज मध्य प्रदेश के धार जिले में छापामार कार्रवाई करते हुए असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर पुलिस किशोर सिंह टांक को गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही लोकायुक्त की टीम उसे पकड़ने के लिए आगे बढ़ी, पुलिस अधिकारी ने दौड़ लगा दी। टीम ने पीछा करके पब्लिक के बीच में उसे दबोचा। भारी भीड़ लग गई क्योंकि पुलिस भाग रही थी और सादा वर्दी वाले उसका पीछा कर रहे थे।
लोकायुक्त टीआई उमाशंकर यादव ने बताया कि लाबरिया के रहने वाले फरियादी परमानंद दय्या ने शिकायत की थी कि राजोद थाने पर पदस्थ ASI किशोर सिंह टांक रिश्वत की मांग कर रहा है। दय्या के बड़े भाई मोहनलाल का पिछले महीने समाज के ही कुछ लोगों से विवाद हो गया था। राजोद थाने में बड़े भाई और अन्य के खिलाफ धारा 294, 323, 504, 34 के तहत केस दर्ज हुआ था। इसकी जांच ASI टांक कर रहे हैं। मामले में परमानंद का नाम नहीं था लेकिन इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर ने FIR में लिखें ‘अन्य’ का फायदा उठाते हुए परमानंद का नाम जोड़ने की धमकी दी।
पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए ₹30000 रिश्वत की मांग की। ऑफर दिया कि रिश्वत मिलने पर दर्ज हुए प्रकरण में धाराएं नहीं बढ़ाई जाएंगी, नहीं तो दोनों भाइयों के नाम दर्ज होंगे और धाराएं बढ़ा दी जाएंगी। जिससे जेल जाना पड़ेगा। इसकी शिकायत उसने लोकायुक्त से की थी। टीम ने उसे रिश्वत लेकर पुलिसकर्मी के पास जाने को कहा। बुधवार सुबह करीब सवा 11 बजे जैसे ही उसने संदला के बस स्टैंड पर एएसआई को रिश्वत दी। इसी समय लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई की।
लोकायुक्त टीआई उमाशंकर यादव ने बताया कि ASI टांक ने लोकायुक्त की टीम को आता देख मौके से भागने की कोशिश की लेकिन टीम ने पीछा करके उसे दबोच लिया। जैसे ही टीम ने संदला में ASI को पकड़ा, वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोग आश्चर्यचकित थे कि उनके क्षेत्र के पुलिस अधिकारी को सिविल ड्रेस में आए कुछ लोगों ने पकड़ लिया है। टीम ASI को लेकर वहां से तत्काल रवाना हो गई। उसे करीब 25 किमी दूर सरदारपुर सर्किट हाउस लेकर आई और आगे की कार्रवाई की।