भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सोलर एनर्जी क्लीन और ग्रीन एनर्जी है। यह धरती को और आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखने का काम कर रही है। इसलिए सोलर एनर्जी के साथ इसके लिए जरूरी उपकरण सोलर पैनल आदि भी यहीं बनाए जाएं। इसके लिए दुनिया भर के निवेशकों को वे आमंत्रित करते हैं। हम निवेशक को धन कमाने वाला नहीं बल्कि मित्र मानते हैं। सीएम चौहान ने ये बातें मिंटो हाल में सोलर एनर्जी डेवलपर्स को एलओए सौंपने के बाद कहीं। उन्होंने कहा कि हमें मध्यप्रदेश को ग्रीन लंग्स आफ इंडिया बनाना है। यहां के बाद छतरपुर और मुरैना में भी प्लांट लगाने की तैयारी है। इतना ही नहीं हम पानी पर भी सोलर प्लांट लगाने जा रहे हैं। ओंकारेश्वर बांध में फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सांची को हम ग्रीन सिटी बनाएंगे जो पूरी तरह से सोलर बिजली से संचालित होगी। गौरतलब है कि आगर, शाजापुर और नीमच सोलर पार्क से सोलर बिजली बनाने के लिए चयनित विकासकों में अवाडा पॉवर, बीमपॉव एनर्जी, तलेटटुताई सोलर प्रोजेक्ट, टीपी सौर्या लिमिटेड मुम्बई और अल जोमेह एनर्जी एंड वॉटर कंपनी दुबई शामिल हैं। रिवर्स बिडिंग में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की 15 कंपनियों ने भाग लिया। सीएम चौहान ने मीडिया से चर्चा में कहा कि कम वर्षा के कारण प्रदेश के बांध खाली हैं।
कोयले की खदानों में पानी भर गया है, इसलिए कोयले की भी दिक्कत है। कोयले का जो एक हजार करोड़ बकाया है वह हम दे रहे हैं। इसके बाद भी हम बिजली संकट खत्म करने के वैकल्पिक माध्यमों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने ओबीसी आरक्षण को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि जिन विभागों में पद रिक्त हैं और उन पर कोर्ट की रोक नहीं है, वहां ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देकर पद भरने का काम किया जाएगा।
मंत्री डंग ने बताया कि 1500 मेगावॉट की आगर-शाजापुर-नीमच सोलर पार्क के लिए हुई बिडिंग में देश में सबसे कम सोलर टैरिफ का रिकॉर्ड बना है। इन परियोजनाओं की स्थापना से प्रदेश में 5250 करोड़ का निजी निवेश होगा।