ग्वालियर। ग्वालियर के ऐतिहासिक गोपाल मंदिर फूलबाग में आज भगवान राधाकृष्ण को करोडों के जेवरात पहनाये गये। यह जेवरात सिंधिया राजवंश के समय के हैं। इसमें हीरे पन्ने लगे मुकुट भी हैं।
नगर निगम ग्वालियर द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्ठमी महोत्सव फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर पर 30 अगस्त 2021 को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए हर्षोल्लास से मनाया गया। जन्माष्ठमी के अवसर पर भगवान श्रीराधाकृष्ण को बेशकीमती गहनों से सजाया जाएगा तथा पूजा अर्चना के उपरांत दोपहर 12 बजे बाद नगर निगम ग्वालियर के फेसबुक पेज पर ऑनलाइन अपने घर से ही एवं मंदिर के बाहर एलईडी के माध्यम से आमजन भगवान श्री राधा कृष्ण के मनोहारी रूप के दर्शन कर सकेंगे। कोविड-19 की गाइड लाइन के चलते मंदिर के अंदर भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। इस मौके पर संभागायुक्त आशीष सक्सैना , नगर गिनम आयुक्त अशीष तिवारी भी उपस्थित थे। मंदिर में गहनों की सुरक्षा के लिये भारी संख्या में पुलिस कर्मी व मैटल डिटेक्टर भी लगाये गये हैं।
निगमायुक्त आशीष तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत कई वर्षों से जन्माष्टमी महोत्सव में फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर स्थित कृष्ण एवं राधा को उनके प्राचीन आभूषणों से सुसज्जित किया जाता रहा है। जन्माष्टमी के अवसर पर गठित समिति एवं पुलिस बल के साथ बैंक लॉकर से भगवान के आभूषण तथा श्रृंगार सामग्री एवं पात्र निकालकर लाये जायेंगे तथा इनकी सफाई इत्यादि कर संभाग आयुक्त एवं प्रशासक आशीष सक्सेना की उपस्थिति में भगवान का श्रृंगार किया गया।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सम्पूर्ण मंदिर में पुलिस बल तथा क्लॉज सर्किट कैमरे लगाकर पल-पल की वीडियोग्राफी की गई। वहीं इस अवसर पर नगर निगम के इस प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन के लिये गोपाल मंदिर पर विशेष साज-सज्जा व आर्कषक विद्युत व्यवस्था की गई है।
भगवान श्री राधाकृष्ण को जो जेवरात पहनाये गये उनमें मोती , पन्नाका पंचलडी हार, हीरे पन्ना जडे सोने के मुकुट पुखराज माणिक जणित पंख, नथ, कंढी , चूडियां, चलनी,गिलास, कटोरी , कुभकरणी, निरंजनी आदि का भी प्रदर्शन किया गया।