ग्वालियर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह सरकार द्वारा विधानसभा सत्र को समय से पहले स्थगित करना सरकार द्वारा ज्वलंत मुददों पर बहस से बचना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाढ से लेकर अन्य मुददों पर चर्चा के लिये तैयार थी लेकिन विधानसभा का सत्र समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया । जिससे कई महत्वपूर्ण मुददों पर सदन में चर्चा ही नहीं हो सकी। सरकार भी बाढ कोरोना जैसे मुददों पर चर्चा से मुंह छुपा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश में लोकतंत्र खतरे में है।
पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह , प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कांग्रेस रामनिवास रावत सहित अन्य विधायक और पदाधिकारियों ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि शिवराज सरकार के समय बने पुल नदियों में आई बाढ में बह गये। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समय बने पुल आज भी सुरक्षित हैं। इससे स्पष्ट है कि शिवराज सरकार में बने पुलों में भ्रष्टाचार हुआ है। ओबीसी आरक्षण को लेकर डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि १८ अगस्त २०२० को शिवराज सिंह सरकार के कार्यकाल में महाधिवक्ता ने कोर्ट में लिखकर दिया था कि ओबीसी आरक्षण १४ प्रतिशत ही रखा जाये १३ प्रतिशत को वापस लिया जाता है। उन्होंने कहा कि न्यायालय के निर्णय के बाद अब सरकार जागी है यदि उसी समय सरकार ने ओबीसी आरक्षण पर हितों का ध्यान रखा होता तो ओबीसी आरक्षण २७ प्रतिशत होता। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह घोषणायें तो अनेक करते हैं लेकिन धरातल पर कुछ नहीं होता। उन्होंने बताया कि कोरोना में मृतकों को एक लाख रूपये देने की घोषणा की लेकिन किसी भी व्यक्ति को उक्त पैसा नहीं दिया गया। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश एनसीआरबी की रिपोर्ट में फिर बलात्कार में नंबर एक पर है। वहीं बेरोजगारी , मंहगाई चरम पर है। पेट्रोल डीजल के दामों में वैश्विक दाम कम होने के बाद भी मध्यप्रदेश में ज्यादा दाम हैं। इससे सरकार ने अपना खजाना तो भरा और जनता की जेब पर डाका डाला। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब है। डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को छह हजार रूपये देकर उनसे एक हजार और ज्यादा ले रही है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सहित देश में लोकतंत्र खतरे में है। सरकार सदन में किसी भी विषय पर चर्चा कराने से भागती है। इसी के चलते सदन समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह से नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी किसी और को सौपे जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कि आप कब नेता प्रतिपक्ष बन रहे हैं। डॉ. गोविंद सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुये कहा कि आप जब बना दोगे तब बन जायेंगे। इस अवसर पर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रावत ने कहा कि वैसे मामला वरिष्ठ नेतृत्व तय करेगा लेकिन एक नाम डॉ. गोविंद सिंह का भी हो सकता है। पत्रकार वार्ता में विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार, सुरेश राजे , जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा , प्रवक्ता जिला आनंद शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे।
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