शिवपुरी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग में हाल ही में आई बाढ़ से हुए नुकसान का बाढ़ पीड़तिों के लिए मुआवजा दिए जाने की एक समय सीमा निश्चित की जाए। कमलनाथ ने यहां पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वे आज यहां एवं आसपास के क्षेत्रों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने देखा कि नुकसान बहुत ज्यादा है तथा राज्य सरकार बाढ़ पीड़तिों को दिए जाने वाले मुआवजे की एक समय सीमा तय करें। कितने समय में उनको मुआवजा दे दिया जाएगा।  

उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़तिों का मुआवजा की स्थिति कोविड-19 के मुआवजे जैसी ना हो। एक प्रश्न के उत्तर में कांग्रेस नेता ने कहा कि शिवपुरी का मणिखेड़ा डैम हो या कोई भी बांध हो, उसके गेट अचानक नहीं खोलना चाहिए। मौसम विभाग पहले से अलर्ट जारी करता है तथा जिला प्रशासन आदि संबंधित को पहले से अलर्ट जारी करना चाहिए, जिससे लोग सावधान हो जाए। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के नाम की जगह हॉकी के सुप्रसिद्ध खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद नाम से किया गया, तो गुजरात के स्टेडियम का नाम भी सरदार पटेल या किसी महान खिलाड़ी या व्यक्तित्व के नाम से किया जाना चाहिए।  

कोरोना की दूसरी लहर का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने छिंदवाड़ा से कई जगह ऑक्सीजन भिजवाई थी। वहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं थी। तीसरी लहर से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हमें सावधान रहने की जरूरत है, इस पर पत्रकारों ने उनसे कहा कि आप और अधिकांश लोग  मास्क नहीं लगाए हैं। इस पर कमलनाथ ने कहां की पत्रकारों से चर्चा करने के लिए उन्होंने मास्क उतारा है।  

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